चारधाम में चरम पर आस्‍था का खुमार, श्रद्धालुओं से पटे बदरी-केदार

उत्‍तराखंड में चारधाम में आस्था का सैलाब उमडऩे लगा है, सभी अटकलों को दरकिनार कर श्रद्धालु बेखौफ चारधाम की यात्रा में शामिल हो रहे हैं। देश-विदेश के श्रद्धालु चारधाम के साथ ही उत्‍तराखंड की खूबसूरती के दीदार को बड़ी संख्‍या में पहुंच रहे हैं।

By Thakur singh negi Edited By: Publish:Fri, 13 May 2016 11:51 AM (IST) Updated:Fri, 13 May 2016 02:39 PM (IST)
चारधाम में चरम पर आस्‍था का खुमार, श्रद्धालुओं से पटे बदरी-केदार

देहरादून। चारधाम में आस्था का सैलाब उमडऩे लगा है, सभी अटकलों को दरकिनार कर श्रद्धालु बेखौफ चारधाम की यात्रा में शामिल हो रहे हैं। देश-विदेश के श्रद्धालु चारधाम के साथ ही उत्तराखंड की खूबसूरती के दीदार को बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
श्री बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने के दूसरे दिन सात हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। इनमें तेलंगना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की पुत्री कविता राव भी शामिल है। चीन सीमा पर बसे भारत के अंतिम गांव माणा में स्थित धार्मिक स्थलों के दर्शनों को भी बीते दो दिनों में तीन हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।
केदारनाथ में भी 2782 यात्रियों ने बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। जबकि, गौरीकुंड से 2460 यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए। उधर, गंगोत्री धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या पांच हजार रही। यमुनोत्री धाम में 3400 श्रद्धालुओं ने यमुनाजी के दर्शन किए।
बदरीनाथ धाम में बीते रोज की सुबह महाभिषेक एवं अभिषेक पूजा के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना करवाई। वहीं, गीता पाठ, वेद पाठ व सांध्यकालीन पूजा-आरती में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। ब्रह्मकपाली व अलकनंदा के तट पर हजारों श्रद्धालुओं ने पितरों का पिंडदान व तर्पण किया। दोपहर में हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान बदरी विशाल के राजभोग में विशेष रूप से बनाए गए दाल-चावल के प्रसाद भोग लगाया।
बदरीनाथ धाम से तीन किलोमीटर आगे सीमांत गांव माणा स्थित गणेश गुफा, व्यास गुफा, भीमपुल के दर्शनों को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। माणा गांव में यात्रियों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनी हुई है भारत की अंतिम चाय की दुकान। जहां बैठकर वे चाय की चुस्कियां लेना नहीं भूलते।
उधर, केदारनाथ धाम में 2782 यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। इनमें 1549 पुरुष, 1139 महिलाएं व 94 बच्चे शामिल हैं। गौरीकुंड से 2460 यात्री केदारधाम के लिए रवाना हुए। कपाट खुलने से अब तक 13266 यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं।
इसी तरह गंगोत्री धाम में भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। शाम पांच बजे तक वहां पांच हजार श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन कर चुके थे। इसके अलावा शाम चार बजे करीब पांच सौ श्रद्धालुओं ने भागीरथी में दीपदान किया। वहीं, यमुनोत्री धाम में 3400 यात्रियों ने यमुना मैया के दर्शन किए।

पढ़ें:- भू-वैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुले

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