मैडम रजनी रावत बोलीं, अतिक्रमण के लिए भाजपा और कांग्रेस जिम्मेदार

दैनिक जागरण से बातचीत में आप पार्टी से मेयर पद की प्रत्‍याशी मैडम रजनी रावत ने कहा कि अतिक्रमण के लिए भाजपा और कांग्रेस जिम्मेदार।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 01:35 PM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 01:35 PM (IST)
मैडम रजनी रावत बोलीं, अतिक्रमण के लिए भाजपा और कांग्रेस जिम्मेदार
मैडम रजनी रावत बोलीं, अतिक्रमण के लिए भाजपा और कांग्रेस जिम्मेदार

देहरादून, जेएनएन। निकाय चुनाव के लिए रविवार मतदान होना है। अब प्रत्‍याशी डोर टू डोर संपर्क कर रहे हैं। आप पार्टी से मेयर पद की प्रत्‍याशी मैडम रजनी रावत ने दैनिक जागरण से बातचीत की। प्रस्‍तुत है बातचीत के कुछ अंश।

 प्रश्न: शहर के विकास के लिए आपके पास क्या कार्ययोजना है?

- दून का बुरा हाल है। पूरा शहर कूड़े के ढेर पर बैठा है। मेरा सपना स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने का है। दिल्ली की तर्ज पर पार्किंग, सरकारी अस्पतालों व स्कूल की दशा सुधारी जाएगी।

प्रश्न: शहर के अतिक्रमण में बड़े नेताओं की भूमिका मानी जाती है। इस पर आपका क्या सोचना है।

- प्रदेश की सत्ता में रही दोनों पार्टियों कांग्रेस और भाजपा के नेता ही अतिक्रमण के लिए जिम्मेदार हैं। मैं अतिक्रमण का बिल्कुल समर्थन नहीं करती। लेकिन, इतना जरूर है कि अतिक्रमण हटाने से पहले पुनर्वास की व्यवस्था की जानी चाहिए।

प्रश्न: आपकी ताकत और कमजोरी क्या हैं?

- मेरी सबसे बड़ी ताकत जनता से मिल रहा समर्थन है। कमजोरी यह है कि वह किसी जरूरतमंद को खाली हाथ नहीं लौटाती हैं। इसे लोग अन्यथा लेते हैं।

प्रश्न: जीतने के बाद आपकी प्राथमिकताएं क्या होंगी?

- महापौर बनने के बाद वह सबसे पहले मलिन बस्तियों को हक दिलाएंगी। साथ ही वाल्मीकि समुदाय को निगम में नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा पार्किंग और अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा।

प्रश्न: आपकी निष्ठा पर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि आप टिकट के लिए किसी भी पार्टी में चली जाती हैं।

- यह आरोप गलत है। 2008 में मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसके बाद विधानसभा चुनाव में कांग्र्रेस को समर्थन दिया, लेकिन उनके साथ धोखा हुआ। आम आदमी पार्टी की कार्यशैली और जनता के प्रति समर्पण को देखते हुए पार्टी का दामन थामा है।

प्रश्न: किसे अपना सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मानती हैं?

- मेरा किसी से मुकाबला नहीं है। भाजपा तो थोड़ा दिख भी रही है, कांग्रेस तो कहीं भी नहीं है।

प्रश्न: आपकी शैक्षिक योग्यता पर भी सवाल उठ रहे हैं।

- पढ़े-लिखे नेता समाज के लिए कुछ करने के बजाय अपना फायदा सोचते हैं। जबकि, अनपढ़ भी विकास कर सकता है। जनता की सेवा के लिए इच्छाशक्ति होनी चाहिए।

यह भी पढ़ें: कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल बोले, शिक्षा और राजनीतिक अनुभव मेरी ताकत

यह भी पढ़ें: निकाय चुनाव: प्रचार खत्म होते ही गुणा-भाग में जुटे नेताजी

chat bot
आपका साथी