उत्तराखंड में बढ़े सर्किल रेट का दून के इन इलाकों में पड़ेगा असर Dehradun News

प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड में नए सर्किल रेट जारी कर दिए। इससे जिन भूखंडों की दर 18 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर तक है उनकी दर को पहले की तरह यथावत रखा गया है।

By BhanuEdited By: Publish:Tue, 14 Jan 2020 08:32 AM (IST) Updated:Tue, 14 Jan 2020 08:32 AM (IST)
उत्तराखंड में बढ़े सर्किल रेट का दून के इन इलाकों में पड़ेगा असर Dehradun News
उत्तराखंड में बढ़े सर्किल रेट का दून के इन इलाकों में पड़ेगा असर Dehradun News

देहरादून, जेनएनएन। प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड में नए सर्किल रेट जारी कर दिए। इससे जिन भूखंडों की दर 18 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर तक है, उनकी दर को पहले की तरह यथावत रखा गया है। इसमें शहर के सभी प्रमुख इलाके शामिल हैं। वहीं, इससे कम वाले स्लैब 14 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर व इससे कम वाली दरों में ही बढ़ोत्तरी की गई है।

नए सर्किल रेट में इस बात का ख्याल रखा गया है कि जहां जमीनों के दाम पहले से ही अधिक हैं और जमीनें भी कम बची हैं, वहां किसी तरह का छेड़छाड़ न किया जाए। इस तरह देखें तो घंटाघर से लेकर आरटीओ तक व शहर की सभी प्रमुख सड़कों से लगी जमीनों के सर्किल रेट पहले की तरह ही वसूल किए जाएंगे। 

इस बार जिन क्षेत्रों के सर्किल रेट में बदलाव किया गया है, उनमें शहर के भीतर का देहराखास, कारगी क्षेत्र, बाईपास रोड, नेशविला रोड, रायपुर रोड, सहस्रधारा क्रॉसिंग, विधानसभा क्षेत्र आदि शामिल हैं। यहां भी सर्किल रेट इसलिए बढ़ाए गए हैं, क्योंकि जमीनों की आधार दरें पहले से काफी कम है।

जिन क्षेत्रों में सर्वाधिक 35 से 40 फीसद का इजाफा किया गया है, उनमें दूर-दराज के ऐसे इलाके शामिल हैं। जहां सर्किल रेट प्रति वर्गमीटर 3000 रुपये के आसपास था। यह बढ़कर अब चार हजार रुपये प्रति वर्गमीटर किया गया है।

सर्किल रेट में यह रहा परिवर्तन (प्रति वर्गमीटर रु. में)

पूर्व-----------------------------अब

14000----------------------16000

12000----------------------14000

9000----------------------10500

प्रमुख मार्गों से 350 मीटर दूरी तक के इलाके, जहां नहीं बढ़ी दरें

- राजपुर रोड पर घंटाघर से आरटीओ कार्यालय तक।

- आरटीओ कार्यालय से मसूरी बाईपास तक, कुठालगेट, मालसी तक।

- गांधी रोड पर घंटाघर से लेकर सहारनपुर चौक तक।

- चकराता रोड पर घंटाघर से बल्लूपुर चौक तक।

- प्रिंस चौक से रिस्पना पुल तक।

- न्यू कैंट रोड, ईसी रोड, सुभाष रोड।

- घंटाघर से लगे अंदरूनी क्षेत्र।

- जीएमएस रोड के क्षेत्र।

प्रमुख मार्गों से 350 मीटर दूरी तक के इलाके, जहां बढ़ी दरें

यहां 16 हजार रुपये हुई दर

- करनपुर क्षेत्र, देहराखास, कारगी क्षेत्र, शिमला बाईपास रोड, प्रेमनगर क्षेत्र, कौगाढ़, नेशविला रोड, मोथरोवाला, आइटी पार्क से आगे के भाग, माता मंदिर रोड, कुआंवाला से लच्छीवाला तक, छह नंबर पुलिया क्षेत्र।

यहां 14 हजार रुपये हुई दर

सहारनपुर रोड पर इंदिरा गांधी मार्ग, ब्राहमणवाला, माजरा क्षेत्र, मेहूंवाला गांव के बाद, बड़ोवाला की सीमा तक, डोईवाला नगर क्षेत्र, पुरकुल क्षेत्र, किरसाली क्षेत्र, सहस्रधारा क्षेत्र।

यहां 10500 रुपये हुई दर

कुठालगेट से मसूरी तक, मसूरी बाईपास रोड, गोरखपुर, तेलपुरा चौक तक, मोथरोंवाला-दूधली मार्ग, बंजारावाला क्षेत्र, दून यूनिवर्सिटी क्षेत्र, मङ्क्षहद्रा शोरूम के पीछे का इलाका, केदारपुरम, डिफेंस कॉलोनी के बाद एमडीडीए कॉलोनी, माजरी माफी क्षेत्र, मसूरी बाईपास-ङ्क्षरग रोड।

प्रमुख मार्ग से 350 मीटर से अधिक दूरी वाले क्षेत्र

यहां 16 हजार हुई दर

इंदिरा कॉलोनी, वसंत विहार, मोहित विहार, आशीर्वाद एन्क्लेव, आशीर्वाद एन्क्लेव, इंजीनियर्स एन्क्लेव, दत्ता एन्क्लेव, हिल व्यू कॉलोनी, महारानीबाग, वन विहार, उत्सव विहार, कालिंदी एन्क्लेव, दुर्गा विहार, विवेक विहार, नेहरूपुरम एन्क्लेव, संगम विहार, अंकित पुरम, नर्मदा एन्क्लेव, मेघा एन्क्लेव, पुष्पांजली एन्क्लेव, काली मंदिर एन्क्लेव, मिलन विहार, अलकनंदा एन्क्लेव, शक्ति एन्क्लेव, द्वारिका पुरी, ब्योमप्रस्थ से लेकर लक्ष्मण चौक व पश्चिमी पटेलनगर के आसपास तक। दूसरी तरफ ओल्ड सहस्रधारा रोड, राजपुर, ऊषा कॉलोनी, पनाष वैली व इससे लगे क्षेत्र।

यहां 14 हजार रुपये हुई दर

ट्रांसपोर्ट नगर, भंडार बाग व इससे सटे क्षेत्र, पंडितवाड़ी, शास्त्रीनगर, नेहरू कॉलोनी के अंदरूनी भाग, डोभालवाला, सालावाला, गोविंद गढ़, कुम्हारमंडी, बॉडीगार्ड, टीचर्स कॉलोनी, हाथीबड़कला, विजय कॉलोनी, डंगवाल मार्ग, बकरालवाला, घास मंडी व इससे लगे भाग।

यहां 10500 रुपये हुई दर

माजरा के भीतरी भाग, ब्राहमणवाला, निरंजनपुर, कारगी ग्रांट, चक सेवला खुर्द, प्रेमनगर, इंद्रेश नगर, जाटिया मोहल्ला, उबील बाग, खदरी मोहल्ला, अजबपुर कलां, अजबपुर खुर्द, अजबपुर के विभिन्न चक, एमडीडीए कॉलोनी (अजबपुर व केदारपुर), डिफेंस कॉलोनी, धर्मपुर डांडा, शाहनगर, हरिपुर/नवादा, चकतुनवाला क्षेत्र, गूलरघाटी, नकरौंदा, बुल्लावाला, मालदेवता सिल्ला क्यारा रोड, काला गांव क्षेत्र, दोनाली चौक क्षेत्र, रिंग रोड, किद्दूवाला चौक क्षेत्र, पुराना पोस्ट ऑफिस (जोगीवाला), प्रेमपुर माफी, गढ़ी कैंट, प्रेमपुर माफी, बाजावाला, राजपुर माफी, धोरण खास, चिडोवाली, रांघड़वाला, धरतावाला, कंडोली।

जिनके पास पुराने स्टांप, उनकी ही हुई रजिस्ट्री

जमीनों के संशोधित सर्किल रेट सोमवार से प्रभावी तो हो गए, मगर इन्हें पहले सार्वजनिक न किए जाने के चलते नए स्टांप पर रजिस्ट्रियों को स्वीकार नहीं किया गया। हालांकि, जिनके पास पुरानी तिथि के स्टांप थे, उनकी रजिस्ट्रियां की गईं। इसको लेकर अधिवक्ताओं ने विरोध कर अधिकारियों पर सुस्त कार्यशैली का आरोप लगाया।

वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुकरेती ने कहा कि संशोधित सर्किल रेट सोमवार से लागू हो जाने के बाद भी इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। फिर भी अधिकारियों ने पुरानी दर पर रजिस्ट्रियां नहीं की। इसके साथ ही सर्वर को भी जानबूझकर डाउन रखा गया। 

अधिवक्ता कुकरेती ने कहा कि उन्होंने जब इस बारे में एआइजी स्टांप एपी सिंह से शिकायत की तो उन्होंने न तो नए सर्किल रेट की कॉपी दी, न ही सहयोग किया। उन्होंने कहा कि जब तक सर्किल रेट को सार्वजनिक नहीं किया जाता है, तब तक पुरानी दरों पर ही रजिस्ट्री की जाती है। क्योंकि जनता नई दर पर भी रजिस्ट्री कराने को तैयार थी, मगर अधिकारियों की सुस्त चाल के चलते पहले दिन लोगों को बैरंग लौटना पड़ा।

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अधिकारियों ने किए चहेतों के काम

अधिवक्ता राजेश कुकरेती ने कहा कि सोमवार को सिर्फ अधिकारियों ने पावर ऑफ अटॉर्नी व वसीयत संबंधी काम किए। इनमें अधिकतर अधिकारियों के चहेते लोग शामिल रहे और इन कार्यों के लिए सर्वर अप्रत्याशित रूप से सुचारु ढंग से काम करता रहा।

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