उत्‍तराखंड के पिछले विस चुनाव में जेटली ने जारी किया था घोषणापत्र

अरुण जेटली उत्तराखंड में भी एक जाना पहचाना चेहरा थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जेटली ने ही देहरादून में पार्टी के चुनाव घोषणपत्र जारी किया था।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 24 Aug 2019 01:55 PM (IST) Updated:Sat, 24 Aug 2019 08:45 PM (IST)
उत्‍तराखंड के पिछले विस चुनाव में जेटली ने जारी किया था घोषणापत्र
उत्‍तराखंड के पिछले विस चुनाव में जेटली ने जारी किया था घोषणापत्र

देहरादून, राज्य ब्यूरो। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली उत्तराखंड में भी एक जाना पहचाना चेहरा थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जेटली ने ही देहरादून में पार्टी के चुनाव घोषणपत्र, जिसे विजन डॉक्यूमेंट नाम दिया गया  था, जारी किया था। भाजपा खास तौर पर चुनाव के वक्त जेटली के जरिये सूबे के  बौद्धिक वर्ग से संवाद कायम करने की रणनीति अमल में लाती थी।

वहीं, उनके निधन से उत्‍तराखंड में शोक की लहर है। सीएम समेत भाजपाइयों ने उन्‍हें श्रद्धांजलि दी।  सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के आकस्मिक निधन की खबर से स्तब्ध हूं। ईश्वर से प्रार्थना है दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें। जेटलीजी और अटलजी मोदीजी की कैबिनेट के मजबूत स्तंभ थे। आर्थिक, कॉर्पोरेट और कानून के मामलों पर उनकी विशेषज्ञता की कमी देश को खलेगी। कहा भारत के वित्त मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने व देश में वन टैक्स सिस्टम लागू करने के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए गए। उनका असामयिक निधन अपूर्णीय क्षति है। वहीं, महानगर अध्यक्ष विनय गोयल ने कहा हम सबके मार्ग दर्शक, संरक्षक और वरिष्ठ नेता अरूण जेटली के निधन के समाचार से गहरी वेदना हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान कर अपने चरणों में वास दें। हम सबकी ओर से उन्‍हें विनम्र श्रद्धांजलि।    

अरुण जेटली उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद कई बार उत्तराखंड के दौरे पर आए। वर्ष 2017 में संपन्न राज्य विधानसभा चुनाव के वक्त चार फरवरी को जेटली ने देहरादून में पार्टी का घोषणापत्र जारी किया था। तब जेटली ने उत्तराखंड और भाजपा के बीच विशेष संबंध को रेखांकित करते हुए कहा था कि राज्य का गठन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा के ही शासनकाल में हुआ और हम एक पार्टी के तौर पर राज्य के चहुंमुखी विकास को लेकर प्रतिबद्ध हैं। पार्टी के घोषणापत्र के बारे में जेटली ने कहा कि काफी विचार-विमर्श के बाद इसे तैयार किया गया है और इसे तैयार करते हुए राज्य को स्वच्छ और विकासशील प्रशासन का लक्ष्य रखा गया है।

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इससे पूर्व जेटली वर्ष 2016 में कांग्रेस सरकार के समय नैनीताल प्रवास पर आए थे। उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य की जरूरतों को उनके सामने रखा। प्रदेश की वित्त मंत्री इंदिरा हृदयेश भी उनसे रूबरू हुईं। राजभवन में उनके लिए डिनर पार्टी रखी गई। अपने स्वभाव के मुताबिक हरीश रावत ने इस मौके को भुनाया और राज्य के हालात उनके समक्ष रखे। पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली लोकसभा और विधानसभा चुनाव के वक्त भाजपा के स्टार प्रचारकों में शुमार रहते थे।

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चुनाव के दौरान राजधानी देहरादून समेत कई बड़े शहरों में जेटली ने बौद्धिक सम्मेलनों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में शहर के उद्योगपतियों, शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, सेवानिवृत्त अधिकारियों और मीडिया से वह विभिन्न विषयों पर संवाद करते थे और स्रोताओं के सवालों का जवाब भी देते थे। 

राज्‍यपाल ने जेटली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया 

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने स्वर्गीय जेटली की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना प्रदान करने की कामना भी की है। राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा कि अरुण जेटली एक लोकप्रिय नेता, कुशल प्रशासक, प्रखर वक्ता और प्रसिद्ध विधिवेत्ता थे। उन्होंने सार्वजनिक जीवन की प्रत्येक भूमिका में सदैव सर्वश्रेष्ठ आदर्शों का पालन किया। उनके निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है।

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