आजाद हिंद फौज में शामिल होकर अंग्रेजी हुकूमत के दांत किए थे खट्टे, हंसते-हंसते भारत मां पर लुटा दी थी जान
2022 Indian Independence Day in Hindi वीर बलिदानी केसरीचंद (Martyr Kesari Chand) ने देश को आजाद करवाने के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए थे। उनकी स्मृति में चकराता के रामताल गार्डन में हर साल तीन मई मेला आयोजित होता है। जिसमें हजारों लोग जुटते हैं।
सवांद सूत्र, साहिया(देहरादून) : Independence day 2021 : आजाद हिंद फौज (Azad Hind Fauj) में शामिल होकर उत्तराखंड के इस वीर सपूत ने अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे कर दिए थे और पकड़े जाने पर हंसते-हंसते भारत मां पर अपनी जान लुटा दी थी।
स्वर्ण अक्षरों से लिखा गया है उत्तराखंड के वीरों का नाम
आजादी की लड़ाई में भी उत्तराखंड के वीरों का नाम स्वर्ण अक्षरों से लिखा गया है। इसी क्रम में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के वीर शहीदों का नाम भी शामिल है।
इनमें प्रमुख नाम क्यावा के वीर बलिदानी केसरीचंद (Martyr Kesari Chand) का है। जिन्होंने देश को आजाद करवाने के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए थे। आइए जानते हैं भारत मां के इस वीर बेटे के बारे में :
रामताल गार्डन में हर साल तीन मई लगता है मेला
वीर केसरीचंद (Martyr Kesari Chand) की स्मृति में चकराता के रामताल गार्डन में हर साल तीन मई मेला आयोजित होता है। जिसमें हजारों लोग जुटते हैं।
Koo Appआज मुख्य सेवक सदन में ओहो रेडियो द्वारा आयोजित "जय हिन्द उत्तराखण्ड के वीर" कार्यक्रम में सम्मिलित होकर सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया। हम सभी देशवासी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने का उत्सव मनाते हुए अमर शहीदों का स्मरण कर रहे हैं। एक सैनिक पुत्र होने के नाते मैं सैनिक परिवारों की प्रत्येक परिस्थिति से भली-भांति परिचित हूं और सैनिकों या उनके परिजनों को सम्मानित करते हुए सदैव गौरव की अनुभूति करता हूं। - Pushkar Singh Dhami (@pushkarsinghdhami) 15 Aug 2022