प्रबंधन से आर-पार की लड़ाई के लिए रोडवेज संयुक्त मोर्चा का किया गठन

वेतन कटौती और सहकारी बचत ऋण खाते पर रोक के फैसले पर रोडवेज प्रबंधन के साथ कर्मचारी आर-पार की लड़ाई की तैयारी में हैं। इसके अंतर्गत चार कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर आंदोलन की चेतावनी दे दी है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 06:50 AM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 06:50 AM (IST)
प्रबंधन से आर-पार की लड़ाई के लिए रोडवेज संयुक्त मोर्चा का किया गठन
बैठक शुक्रवार को आइएसबीटी पर की गई और इसमें 15 जुलाई की रात हड़ताल पर जाने का फैसला किया गया।

जागरण संवाददाता, देहरादून: वेतन कटौती और सहकारी बचत ऋण खाते पर रोक के फैसले पर रोडवेज प्रबंधन के साथ कर्मचारी आर-पार की लड़ाई की तैयारी में हैं। इसके अंतर्गत चार कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर आंदोलन की चेतावनी दे दी है। इसमें 15 जुलाई की मध्य रात्रि से 24 घंटे की प्रदेशव्यापी हड़ताल और अगले दिन से बेमियादी हड़ताल की बात कही जा रही है।

रोडवेज निदेशक मंडल की पांच जुलाई को हुई 28वीं बैठक में हुए फैसले कर्मचारी संगठनों को रास नहीं आए। कर्मचारियों की सर्वाधिक आपत्ति सिर्फ दो फैसले पर बताई जा रही। कोरोना काल के कारण घाटा खत्म होने व बस संचालन सुचारू होने तक वेतन आधा देने एवं सहकारी बचत ऋण खाते पर रोक लगाने के प्रबंधन के फैसले पर विवाद छिड़ा हुआ है। दरअसल, रोडवेज वेतन देने में सक्षम नहीं है और हाईकोर्ट लगातार इस मामले में शासन व रोडवेज अधिकारियों से जवाब-तलब कर रहा। बीच का रास्ता देख प्रबंधन ने वेतन आधा देने का फैसला किया था, मगर कर्मचारी संगठन इसे हिटलरशाही बता रहे। प्रबंधन के विरोध में शुक्रवार को उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के संग तीन कर्मचारी संगठनों ने उत्तराखंड परिवहन निगम संयुक्त मोर्चा का गठन कर लिया है। कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि संयुक्त मोर्चा में रोडवेज इंप्लाइज यूनियन, एससी एवं एसटी श्रमिक संघ एवं परिवहन निगम मजदूर संघ भी शामिल हो गए हैं। समस्त यूनियनों के एक-एक प्रांतीय पदाधिकारी को मोर्चा का संयोजक बनाया गया है। मोर्चा की आपात बैठक शुक्रवार को आइएसबीटी पर की गई और इसमें 15 जुलाई की रात हड़ताल पर जाने का फैसला किया गया। बताया गया कि 16 जुलाई को संयुक्त मोर्चा की बैठक फिर होगी, जिसमें आंदोलन की रणनीति व बेमियादी हड़ताल का फैसला होगा। बैठक में रविनंदन कुमार, रामकिशनु राम, सहदेव सिंह व केपी सिंह मौजूद रहे।

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कर्मचारी संयुक्त परिषद अलग

रोडवेज के सभी बड़े कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा में कर्मचारी संयुक्त परिषद की भागीदारी नहीं हुई है। कर्मचारी यूनियन की कवायद पर गठित संयुक्त मोर्चा गठित करने से पहले सभी कर्मचारी संगठनों को यूनियन ने पत्र भेजा था। इसमें बाकी यूनियन साझा आंदोलन को तैयार हो गई, लेकिन कर्मचारी संयुक्त परिषद ने अकेले आंदोलन की बात कही है। परिषद ने 14 जुलाई की रात बारह बजे से हड़ताल की चेतावनी दी हुई है।

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