उत्‍तराखंड के चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, एडवाइजरी जारी

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक उत्‍तराखंड के चार जिले के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसको देखते हुए अधिकारियों को एडवाइजरी जारी की गई है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 22 May 2017 06:16 PM (IST) Updated:Wed, 24 May 2017 04:00 AM (IST)
उत्‍तराखंड के चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, एडवाइजरी जारी
उत्‍तराखंड के चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, एडवाइजरी जारी

देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज चारधाम यात्रा मार्गों पर परेशानियां बढ़ा सकता है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर गौर करें तो अगले 24 घंटों में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग व पिथौरागढ़ में कुछ स्थानों और बाकी जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा अथवा गरज के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है। इसे देखते हुए शासन भी सतर्क हो गया है। 

मुख्य सचिव एस.रामास्वामी ने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को ऐहतियात बरतने की हिदायत दी है। खासकर चारधाम यात्रा के मद्देनजर विशेष रूप से सक्रिय रहने को कहा गया है। इस बीच, चमोली जिले में सोमवार शाम को निचले क्षेत्रों में वर्षा हुई, जबकि चोटियों पर हल्का हिमपात। वहीं, सूबे के अधिकांश हिस्सों में कहीं आंशिक तो कहीं आमतौर पर बादलों की मौजूदगी बनी रही।

पर्वतीय क्षेत्रों खासकर उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जनपदों में पिछले 10 दिन से हल्की से मध्यम वर्षा का सिलसिला बना हुआ है। इससे चारधाम यात्रा मार्गों पर यात्रियों को दिक्कतें भी उठानी पड़ रही हैं। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार अगले एक हफ्ते के दरम्यान भी मौसम का यही रुख बना रहेगा। ऐसे में संवेदनशील स्थानों में भूस्खलन से सड़कें बाधित होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इस क्रम में चारधाम यात्रियों को सावधानी बरतने के साथ ही राज्य सरकार को आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई है।

उधर, मुख्य सचिव एस.रामास्वामी ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को एडवाइजरी जारी की है। चारधाम यात्रा मार्गों पर किसी भी स्थिति से निबटने के मद्देनजर जिला आपदा परिचालन केंद्रों को सक्रिय रहने को कहा गया है। अल्मोड़ा- हल्द्वानी मार्ग पर चट्टान गिरने से हुए हादसे को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव ने मार्गों का सर्वे कर भूस्खलन व चट्टान गिरने वाले संभावित स्थलों की निगरानी के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोनिवि को रॉक स्टेबलाइजेशन और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में बुलडोजर, पोकलैंड की व्यवस्था करने को भी कहा है।

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