नई कांग्रेस कमेटी घोषित होते ही विवाद, विधायक धामी ने दी कांग्रेस छोड़ने की धमकी

प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी घोषित होते ही विवाद खड़ा हो गया है। धारचूला विधायक हरीश धामी ने तल्खी दिखाते हुए नई प्रदेश कमेटी में सौंपे गए प्रदेश सचिव के दायित्व से इस्तीफा दे दिया।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 25 Jan 2020 09:07 PM (IST) Updated:Mon, 27 Jan 2020 03:24 PM (IST)
नई कांग्रेस कमेटी घोषित होते ही विवाद, विधायक धामी ने दी कांग्रेस छोड़ने की धमकी
नई कांग्रेस कमेटी घोषित होते ही विवाद, विधायक धामी ने दी कांग्रेस छोड़ने की धमकी

देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी घोषित होते ही विवाद खड़ा हो गया है। धारचूला विधायक हरीश धामी ने तल्खी दिखाते हुए नई प्रदेश कमेटी में सौंपे गए प्रदेश सचिव के दायित्व से इस्तीफा दे दिया। साथ में पार्टी छोड़ने की धमकी दे डाली है। उधर, इस विवाद से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह सकते में हैं। धामी का नाम विशेष आमंत्रित सदस्य सूची से काटकर प्रदेश सचिव के तौर पर शामिल करने से खफा प्रीतम सिंह ने कहा कि यह राजनीतिक साजिश है। सूची में ऐसा बदलाव करने वाले का चेहरा बेनकाब होना चाहिए। वह इस संबंध में कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन मंत्री केसी वेणुगोपाल से भी बात करेंगे। 

पहले विधायक धामी के तल्ख रुख और फिर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की सूची में उनकी जानकारी के बगैर फेरबदल पर आपत्ति पार्टी में नया तूफान उठने के संकेत दे रही है। नई प्रदेश कमेटी में 98 प्रदेश सचिव बनाए गए हैं। प्रदेश सचिव की सूची में सबसे आखिर में हरीश धामी का नाम है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश समेत पार्टी के कुल 11 में से नौ विधायक विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं। दो बार के विधायक और कांग्रेस से लंबे से जुड़े धामी को प्रदेश कमेटी में अपनी स्थिति नागवार गुजरी है। 

सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि प्रदेश संगठन में दिए गए पद से वह इस्तीफा दे रहे हैं। सोमवार को इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह तक पहुंच जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इसी माध्यम यानी सोशल मीडिया के जरिए ही वह कांग्रेस छोड़ने की तारीख की घोषणा भी करेंगे। धामी की पोस्ट से प्रदेश कांग्रेस में बवाल खड़ा हो गया। प्रदेश अध्यक्ष ने नई कमेटी में धामी की जिम्मेदारी में किए गए बदलाव को सीधे राजनीतिक साजिश करार दे दिया। 

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दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेहद करीबियों में शुमार विधायक हरीश धामी गाहे-बगाहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह को निशाने पर लेते रहे हैं। बीती 28 दिसंबर को देहरादून में पार्टी की प्रदेशव्यापी रैली के पोस्टरों में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का फोटो नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए प्रदेश संगठन पर हमला बोला था। 

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