डर को जीत कर ही हासिल होता है मुकाम: अभिनेत्री उर्वशी रौतेला

अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने कहा कि आपको भीतर से मजबूत बनना होगा और अपने अंदर के डर को जीतना होगा। फिर आपको जीवन में मनचाहा मुकाम मिलकर ही रहेगा।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 19 Nov 2017 10:30 AM (IST) Updated:Sun, 19 Nov 2017 08:57 PM (IST)
डर को जीत कर ही हासिल होता है मुकाम: अभिनेत्री उर्वशी रौतेला
डर को जीत कर ही हासिल होता है मुकाम: अभिनेत्री उर्वशी रौतेला

देहरादून, [जेएनएन]: मैम आपको घर से अकेले निकलने में कभी डर नहीं लगता? जब आप स्कूल जाती थीं तो किसी के पीछा करने पर आप क्या करती थीं? आप जब फिल्मों में आना चाहती थीं तो मम्मी-पापा ने रोका नहीं? आप हीरोइन न बनतीं तो आज क्या होतीं? शनिवार को बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला को सामने देख छात्राओं ने सवालों की झड़ी लगा दी। 

इनमें से ज्यादातर सवाल वे थे, जिनसे छात्राएं आए दिन जूझती हैं। जवाब में उर्वशी रौतेला ने कहा कि आपको भीतर से मजबूत बनना होगा और अपने अंदर के डर को जीतना होगा। फिर हर कोई आपके साथ होगा और आपको जीवन में मनचाहा मुकाम मिलकर ही रहेगा।

मौका था दून पुलिस की ओर से महिला सशक्तीकरण पर पुलिस लाइन में आयोजित कार्यशाला का, जिसमें शनिवार को अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। मूलरूप से कोटद्वार की रहने वाली उर्वशी को आज ऊंचे मुकाम पर देख स्कूली छात्राओं की जिज्ञासाएं हिलोरे लेने लगीं। उर्वशी ने छात्राओं से कहा कि उनके मन में कोई सवाल हों तो वह उनसे सीधे संवाद कर सकती हैं।

फिर क्या था, एक-एक कर 13 से अधिक छात्राओं ने सवालों की लाइन लगा दी। इन सवालों के जवाब में उर्वशी ने पहले महिला सशक्तीकरण के पुलिस के प्रयास की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिंदगी में मुश्किलें आती हैं, मगर जीवन तो एक बार ही मिलता है। अच्छा है कि इसके लिए मनमुताबिक अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उस तक पहुंचने के लिए पूरी मेहनत और ईमानदारी से प्रयास करें। फिर आपको माता-पिता से लेकर हर किसी का सहयोग मिलेगा।

बाहर कोई क्या सोचता, क्या कहता है, इसकी बिल्कुल भी परवाह न करें। उर्वशी ने कहा कि जब मै पहली बार दिल्ली गई और अकेले कहीं जाना पड़ता था तो डर लगता था, मगर स्कूली दिनों में मैने मार्शल आर्ट और जूडो की ट्रेनिंग ले रखी थी, जो हमेशा मेरी हिम्मत बढ़ाते और किसी भी परिस्थिति से मुकाबला करने का हौसला देते थे। आप भी ऐसे हुनर जरूर सीखें और कोई कमेंट पास करता है या फिर छेड़ता है तो डरने की नहीं पलट कर जवाब देने की जरूरत है।

इस मौके पर एडीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार ने उर्वशी को प्रतीक चिह्न और डीआइजी पुष्पक ज्योति ने पौधा भेंट किया। कार्यक्रम में एसएसपी निवेदिता कुकरेती, सीओ डालनवाला जया बलूनी व अन्य मौजूद रहे।

तो फिर जिमनास्ट या एस्ट्रोनॉट होती

एक छात्रा के सवाल के जवाब में अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने कहा कि फिल्मों में न आती तो मैं जिमनास्ट, पायलट या फिर एस्ट्रोनॉट होती। खेलकूद में भी उनकी खासी रुचि रही है। उर्वशी ने बताया कि वह नेशनल बॉस्केटबॉल में गोल्ड जीत चुकी हैं।

गढ़वाली गीत गाया 

उर्वशी रौतेला ने कहा कि उत्तराखंड मेरी जन्मभूमि है और मुंबई मेरी कर्मभूमि। अपनी जन्मभूमि को लेकर मेरे मन में कितना प्यार है, उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती। इसके बाद उर्वशी ने गढ़वाली में गीत गाकर सुनाया, जिस पर पुलिस लाइन का सम्मेलन कक्ष तालियों की गडग़ड़ाहट से गंूज उठा।

मैराथन के लिए की अपील

उत्तराखंड पुलिस की ओर से आयोजित होने जा रही मैराथन के लिए उर्वशी रौतेला ने अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील की। कहा कि रोड एक्सीडेंट और महिला सुरक्षा दो ऐसे ज्वलंत मुद्दे हैं, जिस पर जब तक पूरा समाज एक साथ नहीं हो, हम लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते। 

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