दून में रहकर पढ़ पाएंगे सैनिकों के बच्चे
जागरण संवाददाता, देहरादून: गढ़वाल राइफल्स के सैनिकों, पूर्व सैनिकों और शहीदो के बच्चों क
जागरण संवाददाता, देहरादून: गढ़वाल राइफल्स के सैनिकों, पूर्व सैनिकों और शहीदो के बच्चों को अब राजधानी देहरादून में हॉस्टल की सुविधा मिलेगी। सहस्रधारा रोड स्थित डांडा लखौंड में 22 बीघा भूमि पर करीब साढ़े आठ करोड़ रुपये की लागत से गढ़वाल राइफल्स वॉर मेमोरियल ब्वायज एंड गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण कराया गया है। जिसका शुभारंभ 18 मार्च को थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत करेंगे।
सितंबर 2011 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने यहां हॉस्टल निर्माण का शिलान्यास किया था। लेकिन, आर्थिक संसाधन जुटाने में ही लंबा वक्त गुजर गया। आखिरकार छात्रावास का निर्माण अब जाकर पूरा हो गया है। हॉस्टल में 250 छात्र-छात्राओं के रहने की व्यवस्था होगी। बता दें कि गढ़वाल रेजीमेंटल सेंटर लैंसडौन में वर्ष 1980 से ही सेवारत, सेवानिवृत्त जवानों व शहीद सैनिकों के बच्चों के लिए हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन, समय के साथ-साथ शिक्षा क्षेत्र का परिदृश्य पूरी तरह बदल गया है। लैंसडौन में उस मुताबिक सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। लिहाजा एजुकेशनल हब की पहचान रखने वाले देहरादून में सैनिकों के बच्चों के लिए नया हॉस्टल बनाया गया है। ताकि वह उचित वातावरण में बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सके। छात्रावास की तरफ आने वाली सड़क पर मसूरी विधायक गणेश जोशी अपनी विधायक निधि से शहीद द्वार बनाने की भी घोषणा कर चुके हैं।