आतंक का पर्याय बने दो गुलदार वन विभाग ने पकड़े

वन विभाग की टीम ने आतंक का पर्याय बने दो गुलदारों को पकड़ने में सफलता हासिक की। अभी इनके नरभक्षी होने की जानकारी जुटाई जा रही है।

By BhanuEdited By: Publish:Fri, 29 Dec 2017 12:34 PM (IST) Updated:Fri, 29 Dec 2017 09:01 PM (IST)
आतंक का पर्याय बने दो गुलदार वन विभाग ने पकड़े
आतंक का पर्याय बने दो गुलदार वन विभाग ने पकड़े

रायवाला, देहरादून [जेएनएन]: रायवाला क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने आदमखोर दो गुलदारों को पकड़ने में वन विभाग की टीम ने कामयाबी पाई है। इनमें एक नर व एक मादा गुलदार है। 

शुक्रवार सुबह वन विभाग की टीम ने मोतीचूर रेंज के डांडा बीट में खांड गांव के पास एक नर गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा। उस वक्त गुलदार गांव की सीमा के पास एक मवेशी पर हमला करने के लिए घात लगाकर बैठा था। 

तभी वहां मौजूद वन कर्मियों की टीम को इसका पता चला। उन्होंने गुलदार को घेर कर ट्रेंकुलाइज किया। फिर उसे रेंज परिसर में लाया गया। वन कर्मियों के मुताबिक पकड़े गए गुलदार की उम्र आठ वर्ष के करीब है। 

वहीं सत्यनारायण सेक्शन में मंदिर के पीछे लगाए गए पिंजरे में एक मादा मादा गुलजार कैद हुई है। गश्त पर निकली वन कर्मियों की टीम ने उसे पिंजरे में फंसे देखा। इस गुलदार को भी मोतीचूर रेंज लाया गया जहां से दोनों को चीला रेंज ले जाया गया है। मादा गुलदार की उम्र करीब सात वर्ष बताई जा रही है। वन्य जीव प्रतिपालक प्रदीप कुमार ने बताया कि पकड़े गए गुलदार नरभक्षी हैं या नहीं, अभी इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।

यह भी पढ़ें: देहरादून की इन कॉलोनियों में घूम रहा है तेंदुआ ...

यह भी पढ़ें:  घर में सो रहे अधेड़ को उठा ले गया तेंदुआ, शव बरामद 

यह भी पढ़ें: गाय के पीछे भाग रही महिला को तेंदुए ने बनाया निवाला

chat bot
आपका साथी