देहरादून में धरने पर बैठे उपनल कर्मियों को जिला पंचायत सदस्यों ने दिया समर्थन

समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर उपनल कर्मियों का धरना 42वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान जिला पंचायत सदस्यों ने भी उनके आंदोलन को समर्थन दिया। साथ ही उत्तरकाशी में आंदोलनरत ऊर्जा निगम के संविदा कर्मी भी धरने में शामिल हुए।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 10:12 PM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 10:27 PM (IST)
देहरादून में धरने पर बैठे उपनल कर्मियों को  जिला पंचायत सदस्यों ने दिया समर्थन
समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर उपनल कर्मियों का धरना 42वें दिन भी जारी रहा।

जागरण संवाददाता, देहरादून: समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर उपनल कर्मियों का धरना 42वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान जिला पंचायत सदस्यों ने भी उनके आंदोलन को समर्थन दिया। साथ ही उत्तरकाशी में आंदोलनरत ऊर्जा निगम के संविदा कर्मी भी धरने में शामिल हुए। एकता विहार स्थित धरना स्थल पर उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले गत 22 फरवरी से प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी के नेतृत्व में धरना दिया जा रहा है। साथ ही विभिन्न जनपदों व सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में भी धरना जारी है।

धरना स्थल पर आए विभिन्न जिला पंचायत सदस्यों ने भी उपनल कर्मियों की मांगों का समर्थन करते हुए आंदोलन में शामिल होने की बात कही। दूसरी ओर, विभिन्न जनपदों में बैठे कर्मचारियों ने आंदोलन के 42 दिन बीत जाने के बावजूद सरकार की ओर से कोई सकारात्मक कार्रवाई न होने पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने अब जनपद स्तर पर की जा रही हड़ताल को देहरादून स्थित धरना स्थल में सम्मिलित करने का निर्णय लिया है। जिस के क्रम में आज ऊर्जा निगम उत्तरकाशी से सैकड़ों उपनल कर्मचारी देहरादून पहुंचे। उन्होंने कहा कि इससे बड़कोट में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है और मोरी बिजली घर में अवर अभियंता 20-20 घंटे कार्य कर रहे हैं।

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इस दौरान प्रदेश कार्यकारिणी ने संतोष साह को संगठन मंत्री (ऊर्जा), अंकित असवाल को जिला उपाध्यक्ष (उत्तरकाशी) नियुक्त किया। साथ ही हल्द्वानी में चल रहे आंदोलन के लिए एक संयोजक मंडल का भी गठन किया गया। जिसमें नीरज हेडिय़ा, मोहन सिंह रावत, विवेक भट्ट, रविंद्र कुमार आदि को शामिल किया गया।धरने में मुख्य संयोजक आंदोलन महेश भट्ट, महामंत्री हेमंत रावत, विनोद गोदियाल, दीपक चौहान, विजय राम खंखरियाल, विपिन सवाल, भावेश जगूड़ी, हरीश कोठारी आदि शामिल रहे।

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