मदरसा शिक्षकों का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, विकासनगर: तीन वर्ष से मानदेय की राह ताक रहे मदरसा शिक्षकों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा
संवाद सहयोगी, विकासनगर: तीन वर्ष से मानदेय की राह ताक रहे मदरसा शिक्षकों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आíथक संकट के दौर से गुजर रहे शिक्षकों ने बुधवार को मदरसा तहफीजुल कुरान बुलाकीवाला में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर बेमियादी धरना प्रदर्शन शुरु करने की चेतावनी दी।
मदरसा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मौ. इस्लाम ने कहा कि सरकार साजिश के तहत शिक्षकों को मानदेय नहीं दे रही है। जिससे अधिकांश मदरसे बंद होने की कगार पर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि मानदेय भुगतान की मांग को लेकर कुछ दिन पहले शिक्षक अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक से मिलने गए थे। आरोप लगाया कि छह घंटे इंतजार करने के बाद भी निदेशक शिक्षकों से नही मिले। कहा कि शासन प्रशासन की बेरुखी से जाहिर है कि साजिश के तहत मदरसा शिक्षकों का मानदेय व मदरसों को मिलने वाला अनुदान रोका जा रहा है। जबकि सभी मदरसे सरकार के नियमों का पालन करते हुए आधुनिक शिक्षा दे रहे हैं।
मदरसा शिक्षक संघ के जिला मीडिया प्रभारी इशरान अली ने बताया कि पछवादून के पांच मदरसों में कार्यरत 20 शिक्षकों सहित राज्य भर के 155 मदरसों के शिक्षकों को एसपीक्यूईएम के तहत दो श्रेणियों में मानदेय दिया जाता है। प्रशिक्षित शिक्षकों को केंद्र सरकार बारह हजार व अप्रशिक्षित शिक्षकों को छह हजार प्रतिमाह मानदेय देती है। पिछले तीन साल से एसपीक्यूईएम योजना के तहत मिलने वाला मानदेय इन शिक्षकों को नहीं मिल रहा है। बताया कि शिक्षकों द्वारा आंदोलन की चेतावनी देने पर सरकार ने कुछ शिक्षकों को एक वर्ष का लंबित मानदेय दिया, जबकि कुछ शिक्षकों को बजट की कमी का हवाला देकर मानदेय से वंचित रखा है। इसके साथ ही सत्र 2016-17 से लेकर वर्तमान सत्र तक का किसी भी शिक्षक को मानदेय नहीं दिया है। संघ का कहना है कि डबल इंजन की सरकार से मदरसा शिक्षकों को समय पर मानदेय मिलने की आशा थी, लेकिन ईद नजदीक आने पर भी मानदेय से वंचित सभी शिक्षकों में निराशा का माहौल है। चेताया कि शीघ्र मानदेय का भुगतान नहीं किए जाने पर बेमियादी धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया जाएगा। इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में अब्दुर्रहमान, खालिद हसन, मुहम्मद अंजार, शमीम, सरफराज नवाज, खालिद अंसारी, अब्दुर्रहीम, नक्कास अली आदि शामिल रहे।