'जै जै जै देवभूमि' में उत्तराखंडी लोक विरासत और नैसर्गिक सौंदर्य को किया गया प्रस्तुत

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट के वीडियो गीत जै जै जै देवभूमि को सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रिलीज किया।

By Edited By: Publish:Mon, 23 Dec 2019 09:58 PM (IST) Updated:Tue, 24 Dec 2019 08:39 AM (IST)
'जै जै जै देवभूमि' में उत्तराखंडी लोक विरासत और नैसर्गिक सौंदर्य को किया गया प्रस्तुत
'जै जै जै देवभूमि' में उत्तराखंडी लोक विरासत और नैसर्गिक सौंदर्य को किया गया प्रस्तुत

देहरादून, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट के वीडियो गीत 'जै जै जै देवभूमि' को सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रिलीज किया। प्रख्यात लोकगायक स्व.गोपाल बाबू गोस्वामी के लिखे इस गीत को रमेश भट्ट ने नए कलेवर में पेश किया है। छह मिनट के इस वीडियो गीत में उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और नैसर्गिक सौंदर्य को प्रस्तुत किया गया है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री रावत ने भट्ट के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह उत्तराखंड को नई पहचान दिलाने में मददगार साबित होगा। वीडियो गीत के जरिये हम समूचे उत्तराखंड का सिंहावलोकन कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने समाज में छिपी प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किए जाने के प्रयासों पर भी जोर दिया।

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं नैनीताल से सांसद अजय भट्ट ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति हमारी पहचान है। यह वीडियो देश व दुनिया को उत्तराखंड आने का आमंत्रण भी देता है। रमेश भट्ट के गुरु केडी सिंह ने कहा कि रमेश का यह प्रयास माटी के ऋण से उऋण होने जैसा है। गीत के गायक और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने कहा कि गीत में उत्तराखंड की सुंदरता, यहां की लोकसंस्कृति और जैव विविधता के दर्शन होंगे।

यह भी पढ़ें: बड़े पर्दे पर नजर आएंगी अंकिता भट्ट, अनन्या बनीं मिस उत्तराखंड

गीत को संजय कुमोला ने संगीत दिया है, जबकि निर्देशन अरविंद नेगी और छायांकन संदीप कोठारी ने किया है। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, दिलीप रावत, ऋषिकेश की महापौर अनीता ममगाईं, चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष आचार्य शिवप्रसाद ममगाईं, उत्तराखंड संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद के उपाध्यक्ष घनानंद आदि मौजूद थे।

यह भी पढ़ें: अभिरंग समारोह में छात्र-छात्राओं ने बिखेरे लोक संस्कृति के रंग Dehradun News

chat bot
आपका साथी