मुख्यमंत्री एप पर शिकायत की तो मिला सात साल का बकाया

मुख्यमंत्री एप पर शिकायत करने के बाद मृतक आश्रिता को न केवल सात साल का बकाया जीपीएफ तथा ग्रेच्युटी मिली, बल्कि मृतक आश्रित पेंशन भी शुरू हो गई है।

By Edited By: Publish:Sat, 16 Feb 2019 10:01 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 01:18 PM (IST)
मुख्यमंत्री एप पर शिकायत की तो मिला सात साल का बकाया
मुख्यमंत्री एप पर शिकायत की तो मिला सात साल का बकाया

देहरादून, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री एप शिकायतकर्ताओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री एप पर शिकायत करने के बाद मृतक आश्रिता को न केवल सात साल का बकाया जीपीएफ तथा ग्रेच्युटी मिली, बल्कि मृतक आश्रित पेंशन भी शुरू हो गई है। नैनीताल जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में राम सिंह घनेला कनिष्ठ कार्यालय सहायक पद पर कार्यरत थे। जून 2012 में उनका आकस्मिक निधन हो गया।

नियमानुसार उनकी पत्‍‌नी रेखा घनेला को पति की ग्रेच्युटी और जीपीएफ तथा मृतक आश्रित पेंशन दी जानी थी। बावजूद इसके सात साल बाद भी यानी 2019 तक उन्हें न तो पति के जीपीएफ और ग्रेच्युटी का पैसा मिला और न ही मृतक आश्रित पेंशन शुरू हो पाई। इस संबंध में कई बार अधिकारियों को लिखित व मौखिक शिकायत की गई, लेकिन इस पर भी कार्यवाही नहीं हुई।

कुछ समय पहले रेखा घनेला ने समाचार पत्रों में मुख्यमंत्री एप के बारे में पढ़ा और इस पर अपनी शिकायत दर्ज की। शिकायत मिलते ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने निदेशक चिकित्सा शिक्षा विभाग और निदेशक कोषागार को इस संबंध में त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। इस पर त्वरित कार्यवाही हुई। 

अब रेखा घनेला को पति का जीपीएफ और ग्रेच्युटी का रूके हुए बकाया छह लाख 99 हजार 354 रुपये मिल गए हैं और पेंशन भी शुरू हो गई है। रेखा घनेला ने कहा कि जीपीएफ तथा ग्रेच्युटी का रूका हुआ पैसा मिलने से उनके परिवार को जीवन यापन करने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। पेंशन शुरू होने और बकाया मिलने से उनका परिवार बेहद खुश है, उन्होंने कहा कि सीएम एप उनके लिए वरदान साबित हुआ है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और चिकित्सा शिक्षा विभाग व कोषागार का आभार जताया है।

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