सरहदी बंधन तोड़ चीनी युवती ने भारतीय से विवाह रचाया

चीन के संघाई से ऋषिकेश पहुंची युवती ने भारतीय युवक के साथ भारतीय वैदिक संस्कृति से विवाह रचाया।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 02:19 PM (IST) Updated:Fri, 14 Dec 2018 09:07 PM (IST)
सरहदी बंधन तोड़ चीनी युवती ने भारतीय से विवाह रचाया
सरहदी बंधन तोड़ चीनी युवती ने भारतीय से विवाह रचाया

ऋषिकेश, जेएनएन। प्रेम धर्म, जाति और देश की सीमाएं नहीं देखता। तीर्थनगरी का गंगा तट गुरुवार को एक ऐसे ही विवाह का साक्षी बना। यहां चीन के संघाई से पहुंची युवती ने भारतीय युवक के साथ भारतीय वैदिक संस्कृति से विवाह रचाया।

योग शिक्षक विमल पांडेय मुनिकीरेती स्थित योग निकेतन आश्रम में योग शिक्षक है। दिल्ली में जन्मे विमल पांडेय का परिवार मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है। विमल के योग संस्थान में करीब ढाई वर्ष पूर्व संघाई चीन निवासी लेन योग सीखने आई थी। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम हो गया। योग सीखने के बाद लेन अपने देश लौट गई, लेकिन दोनों के बीच फोन पर बातचीत जारी रही। इसी दौरान दोनों ने अपने प्रेम संबंध को विवाह के पवित्र रिश्ते में बदलने का फैसला लिया। लेन ने जब यह बात अपने परिजनों को बताई तो उन्होंने भी स्वीकृति दे दी।

योग शिक्षक विमल पांडेय और लेन ने भारतीय वैदिक परंपरा से विवाह रचाने का फैसला लिया। जिसमें दोनों के परिजन भी सहर्ष तैयार हो गए। गुरुवार को मुनिकीरेती स्थित योग निकेतन आश्रम में वैदिक पद्धति के अनुसार अग्नि को साक्षी मानकर दोनों ने सात फेरे लिए और वैदिक मंत्रों के बीच दोनों ने एक-दूजे के गले में वरमाला डाली। इस दौरान विमल पांडेय के पिता केदारनाथ पांडेय, मां यमकला सहित रिश्तेदारों व परिजनों ने दोनों नव दंपती को आशीर्वाद दिया। इतना ही नहीं विवाह के इस पवित्र बंधन के साक्षी बनने के लिए चीन के संघाई से लेन के पिता हो शुंगनियन, मां लियू पिंग व उनके चचेरे भाई भी यहां पहुंचे थे। दिन में विवाह समारोह के बाद रात को एक होटल में मेहमानों को प्रीतिभोज भी दिया गया।

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