बायो बबल तोड़कर मैदान में आने वालों पर क्रिकेट एसोसिशन ऑफ उत्तराखंड सख्त, होगी कार्रवाई
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) ने बायो बबल तोड़कर मैदान पर मौलवियों के आने पर सख्त रुख अपना लिया है। इसके लिए सीएयू ने सीनियर टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा से पूरे घटनाक्रम की जांच रिपोर्ट मांगी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) ने बायो बबल तोड़कर मैदान पर मौलवियों के आने पर सख्त रुख अपनाया है। इसके लिए सीएयू ने सीनियर टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा से पूरे घटनाक्रम की जांच रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट के आधार पर बायो बबल का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी से पहले सीएयू ने देहरादून के गुनियाल गांव स्थित अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी में खिलाडिय़ों के लिए बायो बबल (कोरोना से बचाव को लेकर खिलाड़ियों के लिए बनाए गए विशेष माहौल) में कैंप का आयोजन किया गया था। बायो बबल कैंप में ना ही कोई कैंप से बाहर जा सकता है और ना ही बाहर से कोई भी व्यक्ति प्रवेश कर सकता है। आरोप है कि कैंप के दौरान तीन बार मौलवी नमाज अदा कराने के लिए कैंप में आए।
उत्तराखंड टीम के तत्कालीन कप्तान इकबाल अब्दुल्ला इन मौलवियों के साथ एक फोटो में भी नजर आ रहे हैं। ऐसे में बायो बबल का उल्लंघन किया गया, जो कि इकबाल के साथ पूरी टीम व सपोर्टिंग स्टाफ को भारी पड़ सकता था। इस पर सीएयू ने सख्त रुख अपनाया है। सीएयू के सचिव महिम वर्मा ने उत्तराखंड सीनियर पुरुष टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा से इन घटनाओं पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
सचिव ने स्पष्ट किया है कि रिपोर्ट में जो भी व्यक्ति बबल तोड़ने में दोषी पाया जाएगा। उस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे अहम है। ऐसे में इस तरह खिलाडिय़ों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें- IPL की बोली में शामिल होंगे उत्तराखंड के 20 क्रिकेटर, इन्होंने कराया पंजीकरण
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें