जर्मनी से लौटे कैब‍िनेट मंत्री अग्रवाल के तेवर पड़े नरम, बोले- नियुक्तियां रद मामले में अभी कुछ नहीं कह सकता

विधानसभा के भर्ती प्रकरण के तूल पकडऩे के बाद से चर्चा में आए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बदली परिस्थितियों में शनिवार को जर्मनी से स्वदेश वापसी हो गई। । उन्होंने कहा कि नियुक्तियां निरस्त होने के निर्णय की जानकारी उन्हें मिली है। इस बारे में वह और जानकारी लेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Sep 2022 04:10 PM (IST) Updated:Sun, 25 Sep 2022 04:10 PM (IST)
जर्मनी से लौटे कैब‍िनेट मंत्री अग्रवाल के तेवर पड़े नरम, बोले- नियुक्तियां रद मामले में अभी कुछ नहीं कह सकता
चर्चा में आए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बदली परिस्थितियों में शनिवार को जर्मनी से स्वदेश वापसी हो गई।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: विधानसभा के भर्ती प्रकरण के तूल पकडऩे के बाद से चर्चा में आए कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बदली परिस्थितियों में शनिवार को जर्मनी से स्वदेश वापसी हो गई। विधानसभा की जिन 228 भर्तियों को निरस्त किया गया है, उनमें 78 अग्रवाल के विधानसभा अध्यक्ष रहने के कार्यकाल की हैं। ऋषिकेश लौटने पर उनके सुर भी बदले से दिखे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अभी वह जर्मनी से लौटे हैं। नियुक्तियां निरस्त होने के निर्णय की जानकारी उन्हें मिली है। इस बारे में वह और जानकारी लेंगे। अभी वह इस मामले में कुछ नहीं कह सकते।

दावा किया था कि सभी भर्तियां हुई नियमानुसार

चौथी विधानसभा में प्रेमचंद अग्रवाल विधानसभा अध्यक्ष थे। उनके कार्यकाल में हुई तदर्थ नियुक्तियों को लेकर विपक्ष ने भाजपा सरकार पर हमला बोला था। तब अग्रवाल ने इस विषय को लेकर तल्ख तेवर अपनाते हुए दावा किया था कि सभी भर्तियां नियमानुसार हुई हैं। प्रकरण के तूल पकडऩे पर मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भेजकर विधानसभा की नियुक्तियों की जांच कराने का अनुरोध किया। विधानसभा अध्यक्ष ने विशेषज्ञ जांच समिति गठित की और उसकी रिपोर्ट मिलने पर वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष ने तीसरी व चौथी विधानसभा के कार्यकाल की नियुक्तियों को निरस्त करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव को अनुमोदित कर चुके हैं।

24 घंटे के भीतर ही अगले दिन इन तबादलों को क‍िया स्थगित

यही नहीं, सप्ताहभर पहले मंत्री अग्रवाल तब चर्चा में आए, जब 17 सितंबर को वह शहरी विकास विभाग के अंतर्गत विभिन्न नगर निकायों में 74 कार्मिकों के तबादले कर अध्ययन यात्रा पर जर्मनी रवाना हो गए। ये जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने 24 घंटे के भीतर ही अगले दिन इन तबादलों को स्थगित कर दिया। राजनीतिक गलियारों में इसके कई निहितार्थ निकाले गए तो भर्ती व तबादला विवाद के बीच अग्रवाल की जर्मनी यात्रा को लेकर भी प्रश्न उठाए गए।

सालिड वेस्ट मैनेजमेंट की तकनीकी का अध्ययन कर लौटे

अब जबकि विधानसभा की भर्तियां निरस्त की गई हैं तो शनिवार को अग्रवाल की स्वदेश वापसी हो गई। अग्रवाल ने कहा कि वह जर्मनी में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट की तकनीकी का अध्ययन कर लौटे हैं। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विशेषज्ञ जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर तदर्थ नियुक्तियां निरस्त करने की जानकारी उन्हें मिली है। इस विषय में अभी विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। उनके कार्यकाल की नियुक्तियां सही थी या गलत, इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने इस बारे में निर्णय ले लिया है। ऐसे में उनका टिप्पणी करना उचित नहीं है।

मुझे नहीं पता किस धड़े की बात कर रहे हैं

भर्ती प्रकरण में इस्तीफे की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर अग्रवाल ने कहा कि मुझे नहीं मालूम आप भाजपा के किस धड़े की बात कर रहे हैं। भाजपा में कोई धड़ा है ही नहीं, यहा सभी मिलकर कार्य करते हैं।

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