Shardiya Navratri 2020: अष्टमी और नवमी कल, एक ही दिन होगा कन्या पूजन

Shardiya Navratri 2020 इस बार अष्टमी और नवमी एक ही दिन पड़ रहे हैं। जिससे कन्या पूजन का संयोग भी एक ही दिन है। शनिवार को ही अष्टमी और नवमी का कन्या पूजन किया जाएगा। हालांकि अष्टमी का व्रत सप्तमी के दिन ही रखना होगा।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 08:32 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 08:32 AM (IST)
Shardiya Navratri 2020: अष्टमी और नवमी कल, एक ही दिन होगा कन्या पूजन
दुर्गा पूजा के अवसर पर बल्लीवाला स्थित कालिंदी एंक्लेव में मां दुर्गा की आरती करता पुजारी।

देहरादून, जेएनएन।  Shardiya Navratri 2020 इस बार अष्टमी और नवमी एक ही दिन पड़ रहे हैं। जिससे कन्या पूजन का संयोग भी एक ही दिन है। शनिवार को ही अष्टमी और नवमी का कन्या पूजन किया जाएगा। हालांकि, अष्टमी का व्रत सप्तमी के दिन ही रखना होगा।

सप्तमी के साथ ही अष्टमी पड़ने और अगले दिन सुबह तक अष्टमी रहने के कारण कन्या पूजन का संयोग एक ही दिन रहेगा। ज्योतिषाचार्य वीपी ममगाईं के अनुसार, इस बार सप्तमी व अष्टमी एक दिन मिल रही हैं। साथ ही अष्टमी व नवमी भी शनिवार को ही पड़ रही हैं। ऐसी स्थिति में अष्टमी को सप्तमी के साथ मिलने वाली तिथि में कन्या पूजन करना उत्तम नहीं माना जाता है।

हालांकि, शुक्रवार को अष्टमी पर महागौरी स्वरूप की पूजा कर व्रत रखा जा सकता है। जबकि, नवमी मनाने वाले भक्त शनिवार को सिद्धिदात्री की पूजा करेंगे। आचार्य सुशांत राज के अनुसार, जब अष्टमी व नवमी एक तारीख पर मिल रही होती हैं तो नवमी तिथि पर ही अष्टमी का कन्या पूजन श्रेष्ठ बताया गया है। कहा कि इस बार आठ दिनों में नौ नवरात्र पड़े हैं। इस कारण यह स्थिति बन रही है। इसे लेकर कई लोग में असमंजस की स्थिति भी देखने में आ रही है।

माता के कात्यायनी स्वरूप की आराधना की

ऋषिकेश में शारदीय नवरात्र के छठे दिन माता के कात्यायनी स्वरूप की आराधना की गई। ऋषिकेश के मंदिरों में नवरात्र महोत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।  ज्ञान करतार आश्रम कात्यानी मंदिर मे माता की चौकी का आयोजन किया गया, जिसमें आए हुए सभी श्रद्धालुओं ने मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना कर मां से सुख शांति समृद्धि की कामना की। राकेश राणा एंड पार्टी ने मां का गुणगान किया। 

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