लोकपाल बिल के लिए लड़ाई जारी रहेगीः अन्ना हजारे

प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे एक बार फिर से आंदोलन करने जा रहे हैं और इसबार वो अन्नदाता के लिए आंदोलन करेंगे।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Tue, 13 Feb 2018 09:09 PM (IST) Updated:Tue, 13 Feb 2018 09:22 PM (IST)
लोकपाल बिल के लिए लड़ाई जारी रहेगीः अन्ना हजारे
लोकपाल बिल के लिए लड़ाई जारी रहेगीः अन्ना हजारे
v style="text-align: justify;">रायवाला, [जेएनएन]: समाजसेवी अन्ना हज़ारे एक बार फिर आंदोलन की शुरुआत करने जा रहे हैं। उन्होंने 23 मार्च से नई दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों के लिए सत्याग्रह करने का ऐलान किया है। 
रायवाला पंहुचे समाज सेवी अन्ना हजारे ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम रही है। केंद्र सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही है। देश भर में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। क्योंकि किसानों को उपज का सही मूल्य नहीं मिलता इसलिए वह खुदकुशी कर रहे हैं। केंद्र सरकार के अभी तक के कार्य समाज हित में नहीं हैं। किसानों व शोषित वर्ग की समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा। सरकार उद्योगपतियों को बढ़ाने के प्रयास में जुटी है, लेकिन अब सरकार के इस खेल को खत्म करना होगा। इसके लिए पूरा देश उनके साथ 23 मार्च से दिल्ली के रामलीला मैदान में देश का दूसरा सबसे बड़ा आंदोलन करने जा रहा है। इस बार देश के किसानों को कर्ज मुक्त बनाने और लोकपाल बिल पारित कराने की लड़ाई लड़ी जाएगी। इसके लिए वह देश के 20 राज्यों में लोगों से मिल चुके हैं। अभी वह संगठन को मजबूत कर रहे हैं। इस बार आंदोलन निर्णायक होगा। यह उनके जीवन की अंतिम लड़ाई होगी 
शिवालय में किया जलाभिषेक रायवाला 
समाजसेवी अन्ना हजारे ने सत्यनारायण मंदिर में पूजा अर्चना व आरती की। पंडित राजकिशोर तिवारी व आचार्य रोशन पैन्यूली ने स्वस्ति वाचन, वेद मंत्रोचार किया। शिवालय में जलाभिषेक कर उन्होंने जगत कल्याण की प्रार्थना की। इस दौरान पण्डित दीपक थपलियाल, पंडित लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, पंडित प्रवेश भट्ट, पंडित दिनेश पंत, पंडित गणेश पैन्यूली, पंडित बाल कृष्ण जोशी, पंडित ज्योति प्रसाद थपलियाल व पंडित पंकज गैरोला आदि रहे।
प्रदेश सरकार भी नहीं कर रही अच्छे काम 
देर शाम गौहरीमाफी गांव में बाढ़ सुरक्षा कार्य की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को भी अन्ना हजारे प्रजातांत्रिक तरीके से आंदोलन का पाठ सीखा गए। उन्होंने कहा कि एकता में शक्ति है और आंदोलन जनता का हथियार है। लोगों की न्यायोचित मांग को सरकार को पूरा करना ही होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी अच्छा काम नहीं कर रही है। इस दौरान पूर्व ग्राम प्रधान संजय पोखरियाल, सविता शर्मा, प्रेमलाल शर्मा, कुसुम जोशी, मेहरबान सिंह रावत, शूरवीर पंवार, विनोद रावत, संजय भंडारी, नीतीश आदि रहे।
chat bot
आपका साथी