आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं ने अधिकारियों संग खुद को किया बंद

मानदेय का भुगतान समेत विभिन्न मांगों पर कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं ने महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में प्रदर्शन कर धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jun 2022 07:42 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jun 2022 07:42 PM (IST)
आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं ने अधिकारियों संग खुद को किया बंद
आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं ने अधिकारियों संग खुद को किया बंद

जागरण संवाददाता, देहरादून : मानदेय का भुगतान समेत विभिन्न मांगों पर कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं ने महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दौरान कार्यकत्र्ताओं ने अंदर बैठे अधिकारियों के साथ खुद को भी बंद कर लिया। मौके पर तैनात पुलिस के समझाने के बाद कार्यकत्र्ता मानीं।

उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले देहरादून, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी और हरिद्वार की कार्यकत्र्ता नंदा की चौकी स्थित महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय में एकत्र हुई। इसके बाद नारेबाजी करते हुए कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई। इस बीच कुछ कार्यकत्र्ताओं ने विभागीय अधिकारियों के साथ खुद को भी गेट के अंदर बंद कर लिया। कहा कि जब तक अधिकारी उनकी मांग पूरी नहीं करेंगे, वह गेट नहीं खोलेंगी। मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों को जब गेट बंद करने की सूचना मिली तो कुछ पुलिसकर्मियों ने उनसे शांतिपूर्वक धरना देने की अपील की। 10 मिनट के बाद कार्यकत्र्ताओं ने गेट खोला और वहीं धरने पर बैठ गई। इसके बाद विभाग के उप निदेशक एसके सिंह को 16 सूत्री ज्ञापन सौंपा।

संगठन की प्रांतीय महामंत्री सुशीला खत्री ने कहा कि लंबे समय से मांगों को लेकर अधिकारियों को अवगत करा रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं, विभाग दावा कर रहा है कि कार्यकत्र्ताओं के खाते में मानदेय भेज दिया है, जबकि हकीकत यह है कि आज भी कई कार्यकत्र्ताओं को जनवरी और फरवरी तक का मानदेय नहीं मिला। यदि एक महीने के भीतर मांग पूरी नहीं हुई तो सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री आवास भी कूच करेंगे। इस मौके पर विमला गैरोला, सीमा, सोनी, ममता, सुधा शर्मा, उषा शाह, सुनीता राणा, सविता सजवाण, परमजीत कौर, मधु पुंडीर, आशा थापा आदि मौजूद रहीं। संगठन की प्रमुख मांगें

प्रत्येक माह मानदेय का भुगतान और मोबाइल पर इसकी जानकारी उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेनेटरी पैड निश्शुल्क वितरण की व्यवस्था की जाए। विभाग द्वारा टीएचआर की भांति आंगनबाड़ी केंद्रों तक दूध, अंडा, केला पहुंचाया जाए और विभाग इसका भुगतान करे। आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं के लिए विभाग द्वारा ड्रेस वितरण की जगह धनराशि उनके खाते में डाली जाए। नंदा गौरा योजना का आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता, सहायिका, मिनी कार्यकत्र्ताओं को भी लाभ प्रदान किया जाए। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता और सहायिकाओं की भर्ती के लिए आयु सीमा की बाध्यता समाप्त हो। शीघ्र घोषित हो ग्रीष्माकालीन अवकाश

सीटू से संबंद्ध आंगनवाड़ी कार्यकत्री, सेविका कर्मचारी यूनियन की प्रांतीय महामंत्री चित्रकला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के निदेशक से मिला और ज्ञापन सौंपा। जिसमें आंगनबाड़ी केंद्रों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित करने, दिसंबर 2021 से रुका मानदेय का भुगतान जारी करने, आंगबनाड़ी केंद्रों का किराया भवन का भुगतान की मांग की।

chat bot
आपका साथी