गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को आंदोलनकारियों ने बताया संघर्ष का नतीजा

गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने पर राज्यपाल की मुहर को राज्य आंदोलनकारियों ने संघर्ष का नतीजा बताया। कहा कि अब सरकार को स्थायी राजधानी गैरसैंण पर शीघ्र निर्णय लेना चाहिए।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Publish:Tue, 09 Jun 2020 01:01 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jun 2020 07:34 PM (IST)
गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को आंदोलनकारियों ने बताया संघर्ष का नतीजा
गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को आंदोलनकारियों ने बताया संघर्ष का नतीजा

देहरादून, जेएनएन। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने पर राज्यपाल की मुहर को राज्य आंदोलनकारियों ने संघर्ष का नतीजा बताया। कहा कि अब सरकार को स्थायी राजधानी गैरसैंण पर शीघ्र निर्णय लेना चाहिए। 

फैसले के बाद राज्य आंदोलनकारी मंच की ऑनलाइन चर्चा हुई। मंच से जुड़े आंदोलनकारियों ने सरकार के कदम का स्वागत किया। कहा कि शहीदों की सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जब गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित किया जाएगा। राज्य आंदोलन की भावना के लिहाज से यह जनता की आधी जीत है। 

मंच के महासचिव रामलाल खंडूड़ी ने कहा कि गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी बनाने की मांग के पीछे ताॢकक कारण थे। 13 जिलों के छोटे से प्रदेश में दो राजधानियां औचित्यहीन और जनता के धन की बर्बादी है। इसलिए अब सरकार को जल्द ही गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाना चाहिए। 

अब स्थायी राजधानी पर रहेगा जोर 

उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती का कहना है कि लंबे समय से स्थायी राजधानी की मांग की जा रही थी। सरकार को कई बार पत्र लिखकर संघर्ष की ओर ध्यान आकृष्ट किया। सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। आगे अब स्थायी राजधानी की मांग पर जोर रहेगा। 

स्थायी राजधानी बनने पर ही शहीदों को श्रद्धांजलि  

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन नेगी के मुताबिक, राज्य स्थापना दिवस पर हर साल कचहरी परिसर में होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने हर बार राजधानी गैरसैंण का जिक्र किया। सरकार ने आंदोलनकारियों के हित में फैसला लिया है, लेकिन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जब गैरसैंण स्थायी राजधानी बनेगा। 

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आंदोलनकारी समिति दो दिन तक जलाएगी प्रतियां

चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति भराड़ीसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की अधिसूचना की प्रतियां जलाने की घोषणा की है। समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि राज्य निर्माण आंदोलनकारी दो दिन तक उक्त अधिसूचना की प्रतियां जलाएंगे। 

उन्होंने कहा कि भराड़ीसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाना जनता की आकांक्षाओं की हत्या है। शहीदों और राज्य निर्माण आंदोलनकारियों की हमेशा गैरसैंण में स्थायी राजधानी बनाने की मांग रही है।

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