तीन तलाक पर अनुभव साझा करना पड़ा भारी
राज्य ब्यूरो, देहरादून: देहरादून निवासी एक प्रोफेशनल को तीन तलाक के मसले पर मदरसों में जाकर प्रतिक्र
राज्य ब्यूरो, देहरादून: देहरादून निवासी एक प्रोफेशनल को तीन तलाक के मसले पर मदरसों में जाकर प्रतिक्रिया लेना अब भारी पड़ता नजर आ रहा है। अपने अनुभव ट्विटर पर साझा करने के बाद उन्हें इतनी धमकियां मिलीं कि उन्होंने अपना ट्विटर एकाउंट ही निष्क्रिय कर दिया। इस मसले पर अब वे किसी प्रकार की प्रतिक्रिया भी नहीं देना चाहते हैं।
दरअसल, हाल ही में दून के एक प्रोफेशनल ने तीन तलाक और यूनिफार्म सिविल कोड के बारे में मुस्लिम समाज का नजरिया जानने की कोशिश की। इसके लिए वे कुछ मदरसों में गए और लोगों से बातचीत की। उन्होंने यहां हुई अपनी बातचीत व अनुभव अपने ट्विटर एकाउंट पर साझा किए। उनके ट्वीट कई लोगों ने शेयर भी किए। इसके बाद उनके पास धमकी भरे फोन आने शुरू हो गए। उनके मदरसे में बच्चों से बात करने पर भी आपत्ति जताई गई। उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि अपनी राय रखने का यह मामला इतना विवादित हो जाएगा। पहले तो उन्होंने अपने ट्वीट हटाने से इन्कार किया लेकिन बाद में उन पर कुछ ऐसा दबाव पड़ा कि उन्होंने अपना ट्विटर एकाउंट ही निष्क्रिय कर दिया। दैनिक जागरण ने भी उनसे फोन कर इस विषय पर बात करने का प्रयास किया लेकिन मामले में बढ़ते विवाद को देखते हुए उन्होंने किसी प्रकार की टिप्पणी से भी इन्कार कर दिया।