पांच साल के हिसाब किताब का होगा ऑडिट

जागरण संवाददाता, देहरादून: देहरादून जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में बीते पांच सा

By Edited By: Publish:Thu, 08 Oct 2015 10:30 PM (IST) Updated:Thu, 08 Oct 2015 10:30 PM (IST)
पांच साल के हिसाब  किताब का होगा ऑडिट

जागरण संवाददाता, देहरादून: देहरादून जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में बीते पांच साल में किए गए खर्च का स्पेशल ऑडिट किया जाएगा। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने इसके निर्देश जारी करते हुए तीन सदस्यीय टीम को स्पेशल ऑडिट करने की जिम्मेदारी सौंपी है। जांच टीम शीघ्र ही पांच साल में हुई खरीद-फरोख्त का लेखा-जोखा परखेगी।

देहरादून सीएमओ कार्यालय अक्सर किसी न किसी मुद्दे को लेकर चर्चा में रहता है। कभी फ र्जी नियुक्ति को लेकर तो कभी बिना अनुमति जिला योजना की राशि से लाखों रुपये की खरीद करने को लेकर। बिना अनुमति एएनएम की नियुक्ति के मामले में तो एक सीएमओ और एक प्रशासनिक अधिकारी पर गाज भी गिर चुकी है। बार-बार चर्चाओं में रहने के कारण स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने विभाग को सीएमओ कार्यालय का स्पेशल ऑडिट कराने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने ऑडिट के लिए टीम गठित की। यह टीम 2010 से 2015 के बीच हुए खर्च का हिसाब खंगालेगी। इस अवधि में देहरादून में छह मुख्य चिकित्सा अधिकारी रहे हैं। इनमें वर्तमान स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरपी भट्ट भी शामिल हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसपी अग्रवाल ने पुष्टि की कि स्पेशल ऑडिट के लिए कार्यालय को पत्र प्राप्त हो गया है।

डेगू के नौ और संदिग्ध भर्ती

जिले में डेगू के नौ और संदिग्ध मरीज सामने आए हैं। इनके सैंपल एलाइजा जांच के लिए भेज दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त विभाग की टीम ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सर्वे कर गुरुवार को भी 200 से अधिक लोगों के सैंपल लिए। अभी तक जिले में 31 लोगों में डेगू की पुष्टि हो चुकी है। सीएमओ डॉ. एसपी अग्रवाल ने बताया कि जिन नौ लोगों में डेगू के लक्षण पाए गए हैं, उनमें से सात मरीज दून अस्पताल जबकि दो जौलीग्रांट में भर्ती हैं।

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