क्वारंटाइन सेंटर में महिलाओं के नहाने के लिए नहीं है बाथरूम

चम्पावत के अधिकांश क्वारंटाइन सेंटरों में बाथरूम न होने से महिलाओं की परेशानी बढ़ गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 May 2020 10:51 PM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 07:45 AM (IST)
क्वारंटाइन सेंटर में महिलाओं के नहाने के लिए नहीं है बाथरूम
क्वारंटाइन सेंटर में महिलाओं के नहाने के लिए नहीं है बाथरूम

चम्पावत, जेएनएन : ग्राम पंचायतों के नजदीकी स्कूलों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में प्रशासन की लाख कोशिश के बाद भी अव्यवस्थाएं हावी हैं। कहीं क्वारंटाइन किए गए लोग खुले में नहा रहे हैं तो कहीं पेयजल की समस्या से प्रवासी परेशान हैं।

लोहाघाट विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय एवं जूनियर हाईस्कूल पऊ में बनाए गए क्वांटाइन सेंटर में पांच महिलाओं समेत 18 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। यहां बाथरूम न होने से महिलाएं खुले में स्नान करने को मजबूर हैं। 18 लोगों के लिए सिर्फ चार शौचालय हैं। यहां क्वारंटाइन किए गए अधिकांश लोग दिल्ली से आए हैं। सेंटर में साफ सफाई के भी पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। क्वारंटाइन किए गए लोग जूठन एवं भोजन सामग्री के पत्त्तल आदि रास्ते में फेंक रहे हैं। हालांकि यहां ड्यूटी में तैनात शिक्षक, आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ता के साथ ग्राम पंचायत के पदाधिकारी लोगों को साफ सफाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं। बुधवार को जीआइसी लोहाघाट के विज्ञान शिक्षक श्याम दत्त्त चौबे के नेतृत्व में क्वांटाइन में रह रहे लोगों ने विद्यालय परिसर की सफाई की। दूसरी ओर चम्पावत विकास खंड के तामली मंच क्षेत्र में पेयजल की समस्या होने से यहां बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में भी नियमित एवं सुचारू पानी नहीें मिल पा रहा है। लोग हैंडपंपो एवं प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी भरने को मजबूर हैं। =========== जिले के किसी भी विद्यालय में बॉथरूम की व्यवस्था नहीं है। नोडल अधिकारी या संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य को टाट पट्टी का

अस्थाई बॉथरूम बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जहां महिलाएं हैं उन सेंटरों में नोडल अधिकारी को तत्काल अस्थाई बॉथरूम की व्यवस्था करनी चाहिए।

- आरसी पुरोहित, मुख्य शिक्षाधिकारी चम्पावत

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