लधियाघाटी क्षेत्र में बीमार महिला को तीन किमी डोली में बिठाकर पहुंचाया सड़क तक

लोहाघाट क्षेत्र में सरकार हर गांव तक सड़क पहुंचाने के लाख दावे करे मगर इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Dec 2020 04:16 PM (IST) Updated:Mon, 07 Dec 2020 04:16 PM (IST)
लधियाघाटी क्षेत्र में बीमार महिला को तीन किमी डोली में बिठाकर पहुंचाया सड़क तक
लधियाघाटी क्षेत्र में बीमार महिला को तीन किमी डोली में बिठाकर पहुंचाया सड़क तक

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : सरकार हर गांव तक सड़क पहुंचाने के लाख दावे करे, मगर इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। लधियाघाटी क्षेत्र के ग्राम पंचायत रमक के सलना तोक की एक महिला को सड़क सुविधा न होने का दंश झेलना पड़ा। अचानक पेट दर्द से परेशान महिला को अस्पताल ले जाने के लिए डोली के सहारे मुख्य सड़क तक लाना पड़ा। यह गांव का इकलौता मामला नहीं है, बीमार और गर्भवती महिलाओं को उपचार के लिए डोली के सहारे पहुंचाना ग्रामीणों की नियति बन चुकी है।

रविवार सुबह रमक के सलना तोक की 39 वर्षीय पुष्पा देवी पत्‍‌नी हरीश चंद्र को एकाएक असहनीय पेट दर्द हो गया। दर्द से कराह रही महिला को साढ़े तीन किलोमीटर डोली में लाने के बाद ढोलीगाव सड़क पर पहुंचाया गया, जहा से उसे अस्पताल लाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि दो साल पहले भी पुष्पा देवी की नौ साल की बेटी की वक्त पर इलाज नहीं मिलने से मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सड़क को लेकर डीएम से लेकर विधायक तक कई बार गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने बताया कि सड़क सुविधा न होने से ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बाजार न मिलने से यहां के काश्तकारों ने फल और सब्जी उत्पादन करना भी छोड़ दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में सड़क न बनने पर चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। ग्रामीणों ने एक बार फिर सड़क बनाने की मांग संबंधित विभाग से की है।

chat bot
आपका साथी