पाला व अत्यधिक ठंड से क्षतिग्रस्त होने लगी पेयजल लाइनें

पाला गिरने व अत्यधिक ठंड के साथ ही पेयजल लाइनों के फटने की घटनाएं भी बढ़ने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Dec 2020 11:13 PM (IST) Updated:Tue, 15 Dec 2020 11:13 PM (IST)
पाला व अत्यधिक ठंड से क्षतिग्रस्त होने लगी पेयजल लाइनें
पाला व अत्यधिक ठंड से क्षतिग्रस्त होने लगी पेयजल लाइनें

लोहाघाट, जेएनएन : पाला गिरने व अत्यधिक ठंड के साथ ही पेयजल लाइनों के फटने की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। सबसे अधिक नुकसान पुरानी पेयजल लाइनों को हो रहा है। मंगलवार को सुई पंपिंग योजना व लोहाघाट की टंकी खोला पेयजल योजना के पाइप फटने से इन इलाकों की जलापूर्ति बाधित हो गई। जानकारी मिलने के बाद विभाग ने वेल्डिंग कर पाइपों को जोड़ा।

पिछले दस दिनों से जिले में जबर्दस्त पाला गिर रहा है। पाइप लाइनों में पाला जमने से पाइप फट रहे हैं जिससे पेयजलापूर्ति बाधित हो रही है। कई योजनाओं में 40 से 50 साल पुराने पाइप लगे हैं जो मामूली पाला गिरने के बाद फट जा रही हैं। तीन दिन में अकेले लोहाघाट की चार पेयजल योजनाओं के पाइप पाला गिरने से फट चुके हैं। जल संस्थान के अपर सहायक अभियंता पवन बिष्ट ने बताया कि पाले से फटने वाले पेयजल लाइनें काफी पुरानी हैं। सभी लाइनमैनों को अपने क्षेत्रों की पाइप लाइनों को नियमित चेक करने और फटे पाइपों को तत्काल ठीक करने को कहा गया है। इधर पाले से लोगों की निजी पेयजल लाइनों को भी नुकसान हो रहा है। मंगलवार की सुबह सुई निवासी अशोक तलनियां की लाइन के तीन पाइप फट गए जिससे उनके यहां आपूर्ति नहीं हो पाई। ======= छीड़ापानी पेयजल योजना की लाइन क्षतिग्रस्त

चम्पावत: सोमवार की शाम फुलारागांव के पास छीड़ापानी पेयजल लाइन टूट गई। लाइन से निकलने वाला पानी लोगों के खेतों और गौशाला में घुस गया। स्थानीय निवासी भूपेंद्र नाथ व प्रकाश जोशी ने बताया कि लाइन टूटने से सारा पानी उनके खेतों और गौशाला में घुस गया। पेयजल लाइन टूटने से कई इलाकों में पानी की सप्लाई भी प्रभावित रही। जल संस्थान के अपर सहायक अभियंता परमानंद पुनेठा ने बताया कि मंगलवार की अपराह्न पेयजल लाइन को ठीक करा लिया गया। उन्होंने बताया कि पाला गिरने के कारण पाइप सिकुड़ने से वह फट गया था। ========== सुबह-सायं गिर रहा पाला, दिन में खिली धूप

चम्पावत : पिछले दिनों हुई बूंदाबांदी के बाद ठंड में इजाफा हो गया है। सुबह और शाम के समय पाला गिरने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हालांकि दिन के समय धूप खिलने से लोगों को राहत मिल रही है। शाम के समय ठंड से लोगों को बचाने के लिए प्रशासन ने जिले के सभी नगरों में अलावा जलाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को लोहाघाट, चम्पावत समेत अन्य स्थानों पर अलाव जलाए गए, जिससे लोगों को काफी राहत मिली। नायब तहसीलदार विजय गोस्वामी ने बताया कि सार्वजनिक स्थलों एवं चौराहों पर अलाव जलाने शुरू कर दिए गए हैं। इधर जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में भी सुबह और शाम ठंडी हवाएं चलने से मौसम काफी सर्द हो गया है। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 15 डिग्री और न्यूनतम तापमान छह डिग्री दर्ज किया गया। ठंड से बचाव के लिए लोग अंगीठी, हीटर या फिर गर्म कपड़ों का सहारा लिया जा रहा है।

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