जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: चमोली जिला पंचायत में चल रही खींचतान अविश्वास प्रस्ताव तक पहुंच गई है। ि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 10:14 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 10:14 PM (IST)
जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: चमोली जिला पंचायत में चल रही खींचतान अविश्वास प्रस्ताव तक पहुंच गई है। जिला पंचायत के 23 सदस्यों का हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास प्रस्ताव जिलाधिकारी को सौंपा गया है। जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने कहा कि मामले में पंचायत राज एक्ट के अनुसार कानूनी राय लेकर कार्रवाई की जाएगी।

जिला पंचायत के चार सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस जिलाधिकारी को देते हुए अध्यक्ष पर विकास में रोड़ा बनने का आरोप लगाते हुए आठ ¨बदुओं पर आरोपित किया है। अविश्वास प्रस्ताव नोटिस में आरोप लगाया है कि जिला पंचायत का व्यवहार सदस्यों के प्रति ठीक नहीं है। जिला पंचायत अध्यक्ष के बेटे का जिला पंचायत के कार्यों में अनावश्यक हस्तक्षेप हो रहा है। यह पंचायती राज व्यवस्था की भावना के विपरीत है। बताया कि वित्तीय अनियमितता में पूर्व जिलाधिकारी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के विरुद्ध जांच भी बैठाई है। 2.92 करोड़ रुपये की निकासी के बाद विकास कार्य किए गए हैं, इनमें अधिकतर कार्य धरातल पर हुए ही नहीं हैं। अध्यक्ष पर कमीशनखोरी का भी आरोप लगाया गया है। कहा कि अपने चहेतों से जिला पंचायत के निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। सोलर लाइट टेंडर को लेकर अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने चहेते ठेकेदारों को दिलाया गया। सोलर लाइट सामग्री बाजार भाव से महंगे दामों पर खरीदी गई है। बताया कि 12 सितंबर व 13 सितंबर की बैठकों में सदस्यों ने बहिष्कार कर अपना विरोध दर्ज किया था। मांग की गई कि जिला पंचायत अध्यक्ष से सदन में तत्काल विश्वासमत हासिल करने की कार्रवाई की जाए और जब तक अध्यक्ष विश्वासमत हासिल नहीं करती तब तक उनके वित्तीय अधिकारों पर प्रतिबंध लगाया जाए। कहा कि इस दौरान जिला पंचायत सदस्यों को विश्वास में लिए बिना कोई वित्तीय फैसला लिया जाता है, तो वह सदस्यों को मान्य नहीं होगा। जिलाधिकारी को अविश्वास प्रस्ताव सौंपने वाले भलसों वार्ड के सदस्य भगत ¨सह नेगी, देवर खडोरा वार्ड के सदस्य भागीरथी कुंजवाल, बूरा वार्ड के सदस्य दर्शन ¨सह रावत, सवाड़ वार्ड के सदस्य राजेंद्र दानू ने दावा किया कि यह अविश्वास प्रस्ताव सर्वदलीय है। जिले के विकास के लिए यह निर्णय लिया गया है। अविश्वास प्रस्ताव में 23 सदस्यों के हस्ताक्षर हैं, जबकि उपाध्यक्ष सहित कांग्रेसी नेता राजेंद्र भंडारी की पत्नी जिला पंचायत सदस्य रजनी भंडारी भी अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में हैं। 27 सदस्यीय जिला पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भाजपा, कांग्रेस सदस्यों के एक मंच पर आने से राजनीतिक समीकरणों को लेकर चर्चा आम है। जिला पंचायत अध्यक्ष मुन्नी देवी के थराली विधायक निर्वाचित होने के बाद से ही उन पर पद छोड़ने के लिए दबाव बन रहा था। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष मुन्नी देवी का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उन्हें जानकारी नहीं है। वे विधानसभा के सदन की कार्रवाई में शामिल होने के लिए देहरादून में हैं। कहा कि जिला पंचायत सदन में बहुमत उनके साथ है और सदस्यों को सदन में आकर विकास को गति देनी चाहिए तथा जिले के विकास पर चर्चा करनी चाहिए।

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