मुख्यमंत्री ने हेलंग की घटना की जांच के दिए आदेश

मुख्यमंत्री ने हेलंग में महिलाओं से दुर्ग्यव्यवहार के मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jul 2022 10:48 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jul 2022 10:48 PM (IST)
मुख्यमंत्री ने हेलंग की घटना की जांच के दिए आदेश
मुख्यमंत्री ने हेलंग की घटना की जांच के दिए आदेश

मुख्यमंत्री ने हेलंग की घटना की जांच के दिए आदेश

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 15 जुलाई को जोशीमठ क्षेत्र के हेलंग गांव में चारापत्ती लेकर आ रही महिलाओं से दुर्व्यवहार की घटना को गंभीरता से लेते हुए गढ़वाल कमिश्नर को जांच के आदेश दिए हैं। यही नहीं, राज्य महिला आयोग ने भी घटना को गंभीरता से लेते हुए डीएम को जांच के आदेश दिए। जोशीमठ के हेलंग गांव में एक महिला से पुलिस व सीआइएसएफ के जवानों के घास छीनने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। दरअसल, बिष्णुगाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की निर्माण कंपनी टीएचडीसी की ओर से गांव में सरकारी भूमि पर सार्वजनिक खेल मैदान का निर्माण कराया जा रहा है। आरोप है कि चार परिवार निर्माण स्थल के पास से ही चारा-पत्ती ले जाते हैं और वह इस भूमि पर मैदान बनाने का विरोध कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन का दावा है कि 15 जुलाई को हेलंग के पास खेल मैदान के निर्माण कार्य में चार महिलाओं ने व्यवधान डाला। इस पर तहसीलदार की मौजूदगी में पुलिस उन्हें सुरक्षा कारणों से गिरफ्तार कर चौकी ले गए, जिन्हें चार घंटे बाद चालान की कार्रवाई कर छोड़ दिया था। आरोप है कि इन महिलाओं से घास भी छीना गया, जिसका वीडियो किसी ने इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया, जिससे हड़कंप मच गया। वीडियो वारयल होने पर यह मामला तूल पकड़ गया। इधर, कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले, यूकेडी सहित कई संगठनों ने इसे चारापत्ती ला रही महिलाओं के साथ प्रशासन की ज्यादती बताते हुए आंदोलन शुरू कर दिया। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने तो हेलंग की इस घटना के विरोध में 24 जुलाई को आंदोलन की चेतावनी दी है। इनका कहना है कि कंपनी का पक्ष लेकर प्रशासन ग्रामीणों का उत्पीड़न कर रहा है। दावा किया कि अधिकतर स्थानीय ग्रामीण, ग्राम प्रधान खेल मैदान बनाने के पक्ष में हैं। विवाद के बाद खेल मैदान निर्माण स्थल पर मलबा डालने का काम रोक दिया है। हालांकि जिलाधिकारी हिमांशु खुराना पहले ही इस घटना को लेकर अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कह चुके हैं कि महिलाओं के साथ कोई अभद्रता नहीं हुई है। उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले के तूल पकड़ने के बाद गढ़वाल कमिश्नर को घटना की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं महिला आयोग ने भी स्वत: संज्ञान लेकर चमोली के जिलाधिकारी को व्यक्तिगत रूप से पीड़ित महिलाओं से मुलाकात कर जांच को कहा है।

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