अनशनकारी छात्रों को जबरन उठाने का प्रयास असफल
संवाद सूत्र, जोशीमठ : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आमरण अनशन पर बैठे दोनों छात्र नेताओं को जबर
संवाद सूत्र, जोशीमठ : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आमरण अनशन पर बैठे दोनों छात्र नेताओं को जबरन उठाकर अस्पताल में भर्ती कराने के उद्देश्य में पुलिस सफल नहीं हो पाई। उन्हें समर्थन देने आयी महिलाओं ने इसका भारी विरोध किया जिसके चलते पुलिस प्रशासन को बैरंग लौटना पड़ा।बुधवार को हुए स्वास्थ्य परीक्षण में दोनों के स्वास्थ्य में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि पीजी कॉलेज जोशीमठ में स्थाई प्राचार्य की तैनाती, प्रवक्ताओं के रिक्त पद भरने, विज्ञान संकाय को मान्यता, भूमि हस्तांतरण की मांग को लेकर छात्र नेता नरेश जोशी व रामकृष्ण खंडवाल तीन दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। बुधवार को दोनों अनशनकारियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें उनके स्वास्थ्य में भारी गिरावट दर्ज की गई। उपजिलाधिकारी जोशीमठ योगेंद्र कुमार के नेतृत्व में तहसील प्रशासन व पुलिस की टीम अनशन स्थल पर पहुंची और छात्रों को समझाने का प्रयास किया, परंतु छात्रों का कहना था कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, तब तक वे अनशन पर डटे रहेंगे। छात्रों ने इस मौके पर तहसील प्रशासन व पुलिस का विरोध भी किया। एसडीएम के निर्देश पर पुलिस ने अनशनकारियों को जबरन उठाने का प्रयास भी किया गया, पर छात्र नेताओं को समर्थन देने आई गांधीनगर की महिलाओं ने इसका जबरदस्त विरोध किया। इस दौरान धक्कामुक्की भी हुई। भारी विरोध को देखते हुए पुलिस व प्रशासन को बैरंग लौटना पड़ा। छात्रों के आंदोलन के समर्थन में गांधीनगर की सभासद ललिता देवी, महिला मंगल दल अध्यक्ष गुड्डी देवी, छात्रसंघ अध्यक्ष गजेंद्र रावत, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि लक्ष्मण बुटोला, प्रकाश पंवार, अंशुल भुजवाण सहित कई लोगों ने धरना भी दिया।