बैठकी होली में झलकी लोक संस्कृति

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : रंगों के त्योहार होली में बच्चे, बूढ़े व युवा सब सराबोर हो गए हैं। मुख्यालय

By Edited By: Publish:Thu, 05 Mar 2015 05:14 PM (IST) Updated:Fri, 06 Mar 2015 04:10 AM (IST)
बैठकी होली में झलकी लोक संस्कृति

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : रंगों के त्योहार होली में बच्चे, बूढ़े व युवा सब सराबोर हो गए हैं। मुख्यालय गोपेश्वर में जहां आम लोगों ने बैठकी होली का आयोजन किया, वहीं पीपलकोटी में सालों से मनाई जा रही कुमाऊंनी होली में गढ़वाल व कुमाऊं के लोग एक साथ थिरकते दिखे।

मुख्यालय गोपेश्वर में अक्षत नाट्य संस्था की पहल पर पहली बार बैठकी होली का आयोजन किया गया। इस होली में पहाड़ी संस्कृति पर आधारित गीत व होली से संबंधित भजन गाए गए। संस्था की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षकों, संस्कृति प्रेमियों के अलावा आम लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर केके डिमरी, विजय वशिष्ठ, मनोज तिवारी, रघुवीर बत्र्वाल, लक्ष्मण नेगी समेत कई लोग मौजूद थे। दूसरी ओर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में होल्यारों ने घर-घर जाकर लोगों को होली की शुभकामनाएं दी। पीपलकोटी में कुमाऊंनी होली का अलग ही रंग दिखा। यहां कुमाऊंनी समुदाय के लोगों की ओर से बैठकी होली का आयोजन किया गया जिसमें राधा-कृष्ण, देवर-भाभी आदि स्वांगों के रूप में होल्यारों ने लोगों का मनोरंजन किया। बुजुर्गो ने युवाओं व बच्चों को आशीर्वाद भी दिया। गढ़वाल के लोगों ने भी कुमाउंनी होली में हिस्सा लेकर एक-दूसरे को होली की बधाई दी। इस अवसर पर अतुल शाह, भुवन लाल शाह, मनोहर लाल शाह, चंपा शाह, बीना भट्ट, श्वेता शाह, कुलवीर बिष्ट, गीता देवी, पुष्पा देवी समेत कई लोग शामिल थे।

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