वार्ड 11, पर्वावरण मित्र 20, शहर कैसे हो क्लीन

जागरण संवाददाता बागेश्वर शहर की सफाई को हरसाल पालिका करीब दस करोड़ रुपये खर्च कर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Mar 2019 07:08 AM (IST) Updated:Wed, 27 Mar 2019 07:08 AM (IST)
वार्ड 11, पर्वावरण मित्र 20, शहर कैसे हो क्लीन
वार्ड 11, पर्वावरण मित्र 20, शहर कैसे हो क्लीन

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : शहर की सफाई को हरसाल पालिका करीब दस करोड़ रुपये खर्च कर रही है, लेकिन पालिका के पास एक अदद ट्रंचिग ग्राउंड नहीं है। वहीं सफाई कर्मियों का भी टोटा है। इससे गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था चरमराने लगी है।

पालिका के पास वर्तमान में 20 पर्यावरण कर्मी हैं। जिन्हें हर महीने तीस हजार रुपये प्रति मित्र वेतन दिया जाता है। 17 दैनिक वेतनभोगी हैं जिन्हें प्रति कर्मी आठ हजार रुपये मानदेय मिल रहा है। दो चालक दस-दस हजार में रखे गए हैं। दो हेल्पर को भी पालिका आठ-आठ हजार रुपये मानदेय दे रही है। पिछले दिनों पालिका ने 11 लाख रुपये में एक ट्रक खरीदा है। चूना, फिनाइल, कूड़ा गाड़ी समेत अन्य सामग्री में पालिका ने गत वर्ष दो लाख रुपये व्यय किए। स्टील कूड़ेदान में साढ़े पांच लाख रुपये की धनराशि लगाई। इसके अलावा अन्य सामग्री में दस लाख रुपये व्यय हुए हैं। पालिका नगर की सफाई, उपकरण आदि पर करीब दस करोड़ रुपये प्रतिवर्ष खर्च कर रही है, लेकिन पर्यावरण मित्र नहीं होने से शहर की सफाई चरमाने लगी है। जिससे जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है।

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नौ कूड़ा पिकप सेंटर

शहर में नौ कूड़ा पिकप सेंटर बनाए गए हैं। शहर में जगह-जगह छोटे कूड़ेदान भी हैं। ट्रंचिग ग्राउंड नहीं होने से पालिका खुले में कूड़ा फेंक रही है। जिससे लोगों को बीमारी का फैलने का भी डर सता रहा है।

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जनसंख्या बढ़ रही

नगर पालिका की जनसंख्या के हिसाब से पर्यावरण मित्र कम हैं। शहर की जनसंख्या वर्तमान में 25 हजार पार कर गई है। जबकि सफाई कर्मी मात्र 20 हैं। नियमों के आधार पर एक हजार की जनसंख्या पर दो पर्यावरण मित्र की तैनाती होनी चाहिए।

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इन वार्डो की सफाई चुनौती

बिलौना, नदीगांव, कठायतबाडा, मंडलसेरा सहित मजियाखेत और कफलखेत काफी बड़े गांव है। इन क्षेत्रों में हाल के वर्षों में तेजी से जनसंख्या बढ़ी है। इन गांवों में आज भी नाली निकास, रास्ते और पथ प्रकाश की समस्या बनी हुई है।

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नगर पालिका विस्तार के बाद कर्मचारियों की कमी के चलते परेशानी और बढ़ेगी, खासकर सफाई व्यवस्था संभालने के लिए और अधिक कर्मचारियों को तैनात करना होगा। इसके अलावा महिलाओं को भी सफाई की कमान सौंपी गई है।

-राजदेव जायसी, ईओ, नगर पालिका, बागेश्वर

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