बागेश्वर में आंदोलनों की लगी झड़ी

बागेश्वर जिले में आंदोलनों का दौर शुक्रवार को भी चलता रहा। पर्यावरण मित्रों ने पालिका परिसर पर धरना दिया। सकीड़ा के ग्रामीण सड़क की मांग को लेकर कलक्ट्रेट परिसर पर धरने पर बैठे। जिला पंचायत की अनियमितताओं की जांच को लेकर सदस्यों ने हुंकार भरी। वहीं जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के कर्मचारी भी धरने पर बैठ गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 04:42 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 04:42 PM (IST)
बागेश्वर में आंदोलनों की लगी झड़ी
बागेश्वर में आंदोलनों की लगी झड़ी

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में आंदोलनों का दौर शुक्रवार को भी चलता रहा। पर्यावरण मित्रों ने पालिका परिसर पर धरना दिया। सकीड़ा के ग्रामीण सड़क की मांग को लेकर कलक्ट्रेट परिसर पर धरने पर बैठे। जिला पंचायत की अनियमितताओं की जांच को लेकर सदस्यों ने हुंकार भरी। वहीं, जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के कर्मचारी भी धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का एलान किया है। पर्यावरण मित्रों की हड़ताल से नगर कूड़े के ढेर में तब्दील होता जा रहा है। दुर्गंध भी अब लोगों को परेशान करने लगी है। यदि हड़ताल जल्द समाप्त नहीं हुई तो संक्रामक रोगों के फैलने का भय बनेगा। पर्यावरण मित्रों ने पालिका परिसर पर धरना दिया और 11 सूत्रीय मांगों का निराकरण करने की मांग की। कांग्रेस महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष गीता रावल के नेतृत्व महिलाएं आंदोलन स्थल पर पहुंची और धरने को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि नगर की सफाई व्यवस्था दुरस्थ रखने वालों की उपेक्षा करना ठीक नहीं है। इस मौके पर इंदिरा जोशी, लक्ष्मी धर्मशक्तू, सुनीता टम्टा आदि मौजूद थीं। जिला पंचायत परिसर पर जिपं उपाध्यक्ष नवीन परिहार के नेतृत्व में अनियमितताओं की जांच को लेकर जिपं के नौ सदस्यों का आंदोलन जारी रहा। इस दौरान हरीश ऐठानी, गोपा धपोल, रूपा देवी, रेखा देवी, वंदना ऐठानी आदि मौजूद थे। सकीड़ा के ग्रामीण सड़क की सर्वे होने के बाद भी नहीं बनने से आक्रोशित हैं। उन्होंने शुक्रवार को कलक्ट्रेट पर धरना दिया। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा है। अब अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। इस दौरान जीवन लाल, किशोर कुमार, रमेश चंद्र, नवल किशोर आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी