मॉरीशस में चमके बागेश्वर के रचनाकार पूरन

जासं बागेश्वर भारत एवं भारतीयता के साथ हिदी भाषा को खास अहमियत देने वाले मॉरीशस प

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Oct 2019 11:13 PM (IST) Updated:Sat, 12 Oct 2019 11:13 PM (IST)
मॉरीशस में चमके बागेश्वर के रचनाकार पूरन
मॉरीशस में चमके बागेश्वर के रचनाकार पूरन

जासं, बागेश्वर : भारत एवं भारतीयता के साथ हिदी भाषा को खास अहमियत देने वाले मॉरीशस पर काव्य संकलन तैयार कर पहाड़ के रचनाकार ने पहला अभिनव प्रयोग किया है। संकलन में गंगा तालाब, अप्रवासी घाट, मुड़िया पहाड़, राष्ट्रध्वज चौरंगा आदि खूबसूरत स्थलों को कविता के केंद्र में रखा गया है। हालिया काव्य संग्रह का विमोचन मॉरीशस की शिक्षा व संचार मंत्री ने संयुक्त रूप से किया।

मूल रूप से भीटाल गांव (बागेश्वर) निवासी आचार्य पूरन तिवारी पिछले 15 वषरें से मॉरीशस में रह कर हिदी भाषा के प्रचार प्रसार तथा कविताओं के सृजन के जरिये संस्कृति को पहचान देने में लगे हैं। बीते दिनों नवरात्र पर आचार्य पूरन तिवारी के कविता संकलन 'रत्‍‌नाकर का रत्‍‌न' का लोकार्पण वहां की शिक्षा मंत्री लीला देवी दुक्कन एवं सूचना मंत्री योगिदा स्वामीनादेन ने किया। लालौरा सभागार में हुए भव्य समारोह में मॉरीशस की शिक्षा मंत्री ने कहा कि यहां के विशेष स्थलों को समर्पित यह कविता संकलन मॉरीशसीय साहित्य में पहला प्रयोग है। दुक्कन ने कुछ कविताओं को विद्यालयी पाठ्यक्रम में शामिल करने की भी बात कही। आचार्य पूरन तिवारी ने बताया कि यह मॉरीशस के हिदी साहित्य में पहला अभिनव प्रयोग है। पुस्तक में मॉरीशस के प्रमुख सास्कृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों पर कविताएं लिखी गई है। इनके माध्यम से राष्ट्रीय धरोहर के तौर पर इन स्थलों के महत्व को आने वाली पीढि़यों तक पहुंचाने की कोशिश की गई है। संकलन में गंगा तालाब, अप्रवासी घाट, मुड़िया पहाड़, राष्ट्रध्वज चौरंगा आदि स्थलों को कविता के केंद्र में रखा गया है। आचार्य के मुताबिक जो लोग हिदी नहीं पढ़ सकते उनके लिए देवनागरी के साथ साथ कविताओं को रोमनाइज टेक्स भी पुस्तक में दिया गया है। समारोह में मॉरीशस की वरिष्ठ लेखिका सविता तिवारी, राजन देवकरन आदि मौजूद रहे।

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