दो नाबालिगों की ओएससी ने रोकी शादी

बागेश्वर में जागरूकता अभियान के बाद भी नाबालिगों की शादी करने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 11:30 PM (IST)
दो नाबालिगों की ओएससी ने रोकी शादी
दो नाबालिगों की ओएससी ने रोकी शादी

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जागरूकता अभियान के बाद भी नाबालिगों की शादी करने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कपकोट क्षेत्र में भी आया है। 28 और 30 नवंबर को दो नाबालिगों की शादी होनी थी, लेकिन वन स्टाप सेंटर की सजगता से बेटियों की शादी होने से रुक गई। बाल विकास की टीम ने मौके पर जाकर नाबालिगों के परिजनों को समझाया इसके बाद परिजन मान गए।

बाल विकास विभाग के निर्देश के बाद वन स्टाप सेंटर की टीम गुरुवार को कपकोट तहसील के एक गांव पहुंची। यहां उन्होंने दो नाबालिग लड़कियों की शादी होने से रोका। एक की शादी 28 तो दूसरे की 30 नवंबर को होनी थी। टीम के समझाने के बाद दोनों ही परिवार के लोग मान गए। इसके बाद गांव गई टीम वापस लौट आई है। सरकार नाबालिग शादी को लेकर लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। बाल विवाह पर कठोर काननू भी बना हुआ है। इसके बावजूद भी लोग नाबालिग शादी करवा रहे हैं।

कपकोट तहसील के गांव पहुंची वन स्टाप की टीम ने बताया कि एक गांव में दो परिवारों ने अपने नाबालिग लड़कियों की शादी तय कर दी थी। परिवार के लोग शादी की तैयारी में जुटे थे। किसी ने बाल विकास विभाग को इसकी सूचना दी। बाल विकास अधिकारी राजेंद्र बिष्ट ने मामले में त्वरित संज्ञान लिया। वन स्टाप सेंटर की प्रबंधक षष्टी कांडपाल, काउंसलर जया पांडे कपकोट थाने से महिला और पुरुष को लेकर गांव में पहुंचीं। वह सबसे पहले उन घरों में पहुंचे। जानकारी लेने पर शिकायत सही मिली। एक की उम्र 16 तो दूसरी की 17 साल चार महीने थी। इसके बाद टीम ने दोनों के माता-पिता को बुलाकार बताया कि नाबालिग की शादी कराना कानूनन अपराध है। इसे नहीं करने की हिदायत थी। इसके बाद दोनों परिवार के लोगों ने बालिग होने तक शादी नहीं करने पर सहमति जताई। टीम में मेडिकल टीम की मनीषा जोशी, कपकोट थाने से कुंदन सिंह, हृदेश कौर आदि शामिल थे।

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