नौ मकान क्षतिग्रस्त, मलबे में दबकर मरी बकरी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में भारी बारिश से नौ मकान क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं मलबे में दबन
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में भारी बारिश से नौ मकान क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं मलबे में दबने से एक बकरी की मौत हो गई। क्षेत्रीय पटवारी ने मौके पर जाकर प्रभावितों का हाल जाना और नुकसान का जायजा लिया। वहीं सड़क बंद होने के कारण शव ले जा रहे लोगों को चार घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
जिले में अतिवृष्टि से तहसील कपकोट में प्रताप ¨सह पुत्र गोपाल ¨सह निवासी ग्राम फरसाली वल्ली का आवासीय पक्का मकान तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हो गया है। पार्वती देवी पत्नी मेहरबान ¨सह का आवासीय मकान तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हो गया। तहसील कांडा में भरत राम पुत्र देव राम निवासी ग्राम भेटाचक, पन्यारखेत का आवासीय मकान तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हो गया है। तहसील गरुड़ में पूरन राम पुत्र चतुर राम निवासी ग्राम अमोली का आवासीय मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हो गया है। बागेश्वर तहसील में बसंती देवी पत्नी किशन राम निवासी ग्राम डंगरी का आवासीय मकान तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हो गया है। मलबे में दबने से एक बकरी की मौत हो गई। छह सितंबर की रात माया देवी पत्नी सुंदर राम निवासी ग्राम बंगचुड़ी का आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। दलीप ¨सह पुत्र प्रेम राम निवासी ग्राम मंडलसेरा का आवासीय मकान तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हो गया है। जिले के योगेश ¨सह पुत्र रतन ¨सह निवासी ग्राम तुपेड़ का मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हो गया है। खीम राम पुत्र रूप राम निवासी काफलीगैर का आवासीय मकान तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अतिरिक्त हंसी देवी पत्नी अन राम को प्रशासन ने 25 हजार की धनराशि वितरित की है।
जिले में बंद सड़कें
बागेश्वर: बारिश से 13 ग्रामीण सड़कें यातायात के लिए बंद हो गयी हैं। बारिश के कारण गांवों के पैदल मार्ग भी ध्वस्त हो गए हैं। इससे ग्रामीणों को पैदल आवागमन करने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि वे कई बार सड़क विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी व्यथा सुना चुके हैं। इसके बाद भी सड़कें यातायात के लिए नहीं खुली हैं। उन्होंने विभाग से शीघ्र सड़कों को यातायात के लिए खोलने की मांग की है। ये सड़कें हैं बंद
कपकोट-¨पडारी
लोहरचौंरा-पथरिया
अकुणाई-अणां
बागेश्वर-दफौट
भयूं-गड़ेरा
पो¨थग-उछात
बालीघाट-धरमघर
बिजोरीझाल-ओखलसों
धपोली-जेठाई
धरमघर-माजखेत
लीली-गैनाड़
शामा-नौकोड़ी
हर¨सग्याबगड़-विनायक चार घंटे किया इंतजार
धरमघर-बालीघाट सड़क पर चिडंग गधेरे के समीप मलबा आने से चार घंटे यातायात के लिए बंद रही । सड़क के बंद होने से शवदाह को बागेश्वर आ रहे लोगों को भी चार घंटे इंतजार करना पड़ा। सड़क सुबह छह बजे बंद हो गई जो नौ बजे यातायात के लिए खुली। स्थानीय निवासी बलवंत ¨सह, कमल गढि़या, कमल मेहता, दिनेश ¨सह ने बताया कि सड़क को खोलने के लिए बालीघाट के पास जेसीबी मशीन खड़ी रहती है। बालीघाट से चिड़ंग गधेरे तक की दूरी मात्र पांच किमी है। जेसीबी मशीन को यहां तक पहुंचने में दो घंटे लग गए। उन्होंने कहा कि सड़कों को खोलने मे आपदा प्रबंधन विभाग विफल नजर आया।