उत्तराखण्ड की संस्कृति व लोक जीवन में बुरांश का है विशेष महत्व

कौसानी गरुड़ विश्व पर्यटक स्थल कौसानी में पांचवें बुरांश महोत्सव का शुभारंभ हो गया है। मह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Apr 2019 11:07 PM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2019 11:07 PM (IST)
उत्तराखण्ड की संस्कृति व लोक जीवन में बुरांश का है विशेष महत्व
उत्तराखण्ड की संस्कृति व लोक जीवन में बुरांश का है विशेष महत्व

कौसानी, गरुड़: विश्व पर्यटक स्थल कौसानी में पांचवें बुरांश महोत्सव का शुभारंभ हो गया है। महोत्सव की लोक संस्कृति व जीवन के अनुभवों को साझा किया गया।

महोत्सव का शुभारंभ विख्यात फोटोग्राफर, पर्वतारोही, प्रकृतिवादी पद्मश्री अनूप शाह ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि बुरांश का उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति व लोक जीवन मे विशेष महत्व है। इस मौके पद्मश्री शाह को उत्तराखंड के फोटोग्राफर्स और कौसानी के लोगों ने शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया। द बुरांश कौसानी में महोत्सव का शुभारंभ करते हुए अनूप शाह ने कहा कि मैं अपना पद्मश्री सम्मान उत्तराखंड के लोगों को सर्मिपत करता हूं। उन्होने फोटोग्राफी के गुर बताते हुए अपने जीवन के प्रसंगों से भी लोगों से रुबरु कराया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव उत्तराखंड की कला, साहित्य और संस्कृति के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगा।महोत्सव के आयोजक थ्रीश कपूर ने बताया कि यह महोत्सव देश के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों में खासा लोकप्रिय है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष लखनऊ, अहमदाबाद, पुणे, देहरादून से लोग शामिल महोत्सव में भाग ले रहे हैं। इस मौके पर मशरुम उत्पादन की तकनीकी पर चर्चा की गई और अनूप शाह ने उत्तराखंड दर्शन- फोटोग्राफी स्लाइड शो का प्रदर्शन भी किया। उन्होंने हिमालय और अन्य फोटोग्राफ से एक जीवंत माहौल बना दिया। महोत्सव में लगी ग्रामीण हाट तथा फोटोग्राफी प्रदर्शनी को लोगों ने बेहद पसंद किया। इस दौरान दूरदर्शन देहरादून के निर्देशक सुभाष थलेड़ी, अनिल कुमार श्रीवास्तव, डॉ भूपेश लिटिल, प्रसन्ना कपूर, नीलम आर्या, आरडी वैष्णव, लाल सिंह, मस्तो गौरव श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

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महोत्सव में आज

1- प्रात: 7 बजे हैरिटेज वॉक- सरला स्मृति वन से अनासक्ति आश्रम व स्टेट गेस्ट हाउस तक

2 - प्रात: 10 बजे केंद्रीय विद्यालय में लखनऊ से आये रंगकर्मी व लेखक मस्तो गौरव श्रीवास्तव द्वारा स्टोरीटेलिग पर कार्यशाला

3 - दोपहर 3 बजे बुरांश के फूल के औषधीय मूल्य पर चर्चा

4- शाम 7 बजे थ्रीश कपूर द्वारा हिमालय दर्शन फोटोग्राफी व स्लाइड श

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