क्वारंटाइन सेंटरों के खराब हालात से प्रवासी बेहाल

बाहर से आ रहे प्रवासियों के लिए बनाए गए फैसिलिटी क्वारंटाइन सेंटरों में सुविधाओं का आभाव है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 May 2020 10:39 PM (IST) Updated:Sun, 17 May 2020 06:12 AM (IST)
क्वारंटाइन सेंटरों के खराब हालात से प्रवासी बेहाल
क्वारंटाइन सेंटरों के खराब हालात से प्रवासी बेहाल

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: बाहर से आ रहे प्रवासियों के लिए बनाए गए फैसिलिटी क्वारंटाइन सेंटरो के हालात बहुत खराब हैं। मैगड़ी इस्टेट स्थित पंचायतघर में क्वारंटाइन में रह रहे लोगों को शौच के लिए गधेरे में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। प्रवासी खाने, बिस्तर आदि की सारी व्यवस्था अपने घर से ही कर रहे हैं।

कोरोना-कोविड 19 संक्रमण को देखते हुए जिले में बाहरी प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों के लिए जगह-जगह पर फैसिलिटी क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। ऐसा ही एक फैसिलिटी क्वारंटाइन सेंटर गरुड़ ब्लाक के मैगड़ी स्टेट स्थित पंचायत घर में बनाया गया है। जहां पर चार लोग क्वारंटाइन किया गए है। यह सभी लोग कुछ दिन पहले बाहरी प्रदेशों व अन्य जिलों से आए हुए थे। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी को क्वारंटाइन कर दिया गया। जिला मुख्यालय के कोविड 19 अस्पताल में तीन दिन तक आइसोलेशन में रहने के बाद संजय बीते गुरुवार को वह भी क्वारंटाइन कर दिए गए। उन्हें अब 14 दिनों तक पंचायत घर मैगड़ीस्टेट में क्वारंटाइन रहना है। संजय ने बताया की उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वह अहमदाबाद में एक होटल में कार्य करते थे। जब वह बीते गुरुवार को यहां पहुंचे तो पंचायत घर के हाल बहुत खराब थे। सफाई, बिजली आदि व्यवस्था नही थी। उसके बाद थोड़ा सफाई व्यवस्था है। इसके अलावा किसी प्रकार की कोई व्यवस्था इस क्वारंटाइन सेंटर में नही है। सभी व्यवस्थाएं मैंने अपने घर से की है। एक शौचालय है। इसलिए शौच आदि के लिए गधेरे में ही जाते हैं। जब से यहां पहुंचा हुं, तब से कोई भी चिकित्सक नही पहुंचा हैं।

----मैगड़ी स्टेट गांव में बने क्वारंटाइन सेंटर का हाल-----

- क्वारंटाइन सेंटर में चार लोग रह रहे। सभी को अलग कमरा मिला है।

- एक शौचालय, वहा क्वारंटाइन लोग शौच के लिए गधेरे में जाते हैं।

- सैनिटाइजेशन का कार्य कभी-कभी होता है

- सफाई व स्वास्थ्य कर्मी की ड्यूटी नही

- खाना घर से ही आता है।

- चारपाई की कोई व्यवस्था नही। गद्दे, रजाई की व्यवस्था घर से।

- पंखें की कोई व्यवस्था नही।

- दो दिन से स्वास्थ्य विभाग का कोई नही पहुंचा।

- रैपिड किट जांच की व्यवस्था नही।

--- ग्राम स्तर पर गठित वीआरटी लगातार निगरानी कर रही है। क्वारंटाइन किए गए व्यक्तियों के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं करने की जिम्मेदारी संबंधित ग्राम प्रधान को दी गई है।

- रंजना, जिलाधिकारी, बागेश्वर

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