वृद्धाश्रम में व्यवस्थाएं 'बूढ़ी'

अपनों ने बेगाना किया तो वृद्धाश्रम का सहारा लिया लेकिन यहां भी अब मायूसी ही हाथ लग रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Jan 2020 07:40 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jan 2020 06:16 AM (IST)
वृद्धाश्रम में व्यवस्थाएं 'बूढ़ी'
वृद्धाश्रम में व्यवस्थाएं 'बूढ़ी'

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : अपनों ने बेगाना किया तो वृद्धाश्रम का सहारा लिया, लेकिन यहां भी अब मायूसी ही हाथ लग रही है। न तो साफ-सफाई की ठीक से कोई व्यवस्था है और न ही खाने को ठीक ढंग से मिलता है। कहने को तो आदर्श कॉलोनी में स्थित वृद्धाश्रम की देखभाल के लिए पांच लोगों का स्टाफ है। हाल यह है कि वृद्धाश्रम का पता ढूंढते हुए आप थक जाएंगे लेकिन यहां का पता शायद आपको कोई बता दे, क्योंकि पड़ोस वाले भी नहीं जानते हैं कि यहां पर कोई वृद्धाश्रम संचालित किया जाता है। इसका कारण यह है कि यहां पर साइन बोर्ड तक नहीं लगाया गया है।

बुजुर्गो के लिए आदर्श कालोनी में संचालित किए जा रहे वृद्धाश्रम की गतिविधियां सही नहीं चल रही हैं। यहां पर रह रहे बुजुर्ग 75 वर्षीय लॉरेंस वाल्टर मैसी का कहना था कि भोजन की गुणवत्ता ठीक नहीं है। कई बार शिकायत करने के बाद भी इसमें सुधार नहीं किया जा रहा है। खाना बनाने वाली रीना अपने परिवार के साथ प्रथम तल पर रहती हैं। भूतल पर ही चार कमरों सहित एक बरामदे में आश्रम संचालित किया जा रहा है। आश्रम की जानकारी के लिए न तो मुख्य सड़क पर कोई बोर्ड है और न ही वृद्धाश्रम भवन पर कोई शाइन बोर्ड लगा है। पूर्व में भी संचालकों पर गंभीर आरोप लग चुके हैं। कुछ की जांच भी विभागीय स्तर पर चल रही है। दो माह पहले ही आदर्श कालोनी स्थित मकान में शिफ्ट किया गया है। इस समय चार लोग वृद्धाश्रम में रह रहे हैं।

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महिला कर चुकी है भागने का प्रयास

वृद्धाश्रम में रहने वाली बेबी व सिफाली मानसिक तौर पर अस्वस्थ हैं। इनके बारे में बताया जा रहा है कि इनके परिजनों ने इनको छोड़ दिया जिसके बाद वह आश्रम में रह रही हैं। सुरक्षा के उपाय न होने से कुछ माह पहले फांदकर भागने का प्रयास कर चुकी है। यहां पर करीब एक दर्जन से अधिक बुजुर्ग रहते हैं, लेकिन इन दिनों सब अपने घर गए हैं।

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मीटर नदारद, जल रही लाइट

वृद्धाश्रम में बिजली का कनेक्शन लगा है, लेकिन मीटर नदारद है। वहां पर खाना बनाने वाली रीना ने इस बारे में कोई जानकारी देने से मना कर दिया। उनका कहना था कि जब से वह है, यहां पर विद्यऊत मीटर नहीं लगा है।

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पांच लोगों का है स्टाफ

वृद्धाश्रम में पांच लोगों का स्टॉफ कार्यरत है। दो कुक, दो कार्यालय व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं।

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दो माह पहले ही शक्ति विहार से वृद्धाश्रम स्थानांतरित किया गया है। बहुत सारा सामान अभी वहीं पड़ा है। सरकार से दो साल हो गए किसी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं मिली है। अपने खर्चे से ही इसका संचालन किया जा रहा है। बिजली का बिल मकान मालिक की तरफ से तीन सौ रुपये हर माह लिया जाता है।

-सीमा सिंह, संचालिका

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बोले, अधिशासी अभियंता कराएंगे चेक

अधिशासी अभियंता एसके तिवारी का कहना था कि यदि मीटर बिना ही कनेक्शन चल रहा है तो इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जायेगी। वहीं इस संबंध में समाज कल्याण अधिकारी नवीन भारतीय त्रिपाठी से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नहीं उठा।

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