शासकीय को सुविधाएं, अशासकीय विद्यालयों की उपेक्षा क्यों

संवाद सहयोगी द्वाराहाट शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में भेदभाव पर उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक स

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Feb 2019 11:06 PM (IST) Updated:Sun, 24 Feb 2019 11:06 PM (IST)
शासकीय को सुविधाएं, अशासकीय विद्यालयों की उपेक्षा क्यों
शासकीय को सुविधाएं, अशासकीय विद्यालयों की उपेक्षा क्यों

संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में भेदभाव पर उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ लामबंद हो गया है। विभिन्न गतिविधियों व स्कूल भवन के रखरखाव को बजट व अन्य सुविधाओं के मामले में उपेक्षा को सौतेला व्यवहार करार देते हुए संघ पदाधिकारियों ने दो टूक कहा कि इस खाई को जल्द न पाटा गया तो समग्र शिक्षा अभियान का बहिष्कार किया जाएगा।

द्वाराहाट इंटर कॉलेज (डीआइसी) में संघ की जिला इकाई की बैठक का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व प्रातीय महामंत्री डॉ. मनोज कुमार जोशी ने किया। वक्ताओं ने शासकीय व अशासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों के बीच भेदभाव को दूर ही किए जाने पर रोष जताया। कहा कि शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों को गणवेश, शैक्षिक भ्रमण, विभिन्न शैक्षिक प्रतियोगिताओं के लिए बजट की सुविधाएं प्राप्त हैं। विद्यालय व शौचालय के रखरखाव को बजट दिया जाता है। मगर अशासकीय विद्यालयों की उपेक्षा की जाती रही है।

============

तीन विशेष अवकाश की सुविधा भी मिले

राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों की भांति अशासकीय शिक्षकों को भी तीन विशेष अवकाश की भी पुरजोर माग की गई। सीइओ से कई बार शिकायत के बावजूद बीते चार वषरें से शिक्षकों व कर्मचारियों के आयकर निर्धारण की खामियां जस की तस होने पर भी रोष जताया गया। तय हुआ कि समस्याओं का जल्द निदान न होने पर संघ आदोलन करेगा। बाद में पुलवामा के शहीद सैनिकों को श्रद्धाजलि दी गई। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गणेश भट्ट व संचालन महामंत्री विनोद पाडे ने किया। बैठक में महिपाल सिंह राजपूत, पूरन सिंह अल्मिया, मनमोहन चौधरी, हिमाशु तिवारी, गंगा पंचोली, हिमाशु पंत, जीसी तिवारी, गोपाल दत्त बुधोड़ी, सीएस पटवाल, एचसी कबड्वाल, कृपाल डसीला, भारत भूषण हर्बोला, केएन जोशी आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी