हजारों ने किए मां नंदा-सुनंदा के डोले के दर्शन

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व पर्यटक नगरी में मां नंदा व सुनंदा की जयकारे

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 10:57 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 10:57 PM (IST)
हजारों ने किए मां नंदा-सुनंदा के डोले के दर्शन
हजारों ने किए मां नंदा-सुनंदा के डोले के दर्शन

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व पर्यटक नगरी में मां नंदा व सुनंदा की जयकारे से पूरा माहौल भक्तिमय, आस्था का जबर्दस्त सैलाब, डेढ़ किमी लंबे बाजार क्षेत्र में डोले पर चावल व पुष्पों की अनवरत वर्षा, डोले की एक झलक पा लेने की होड़ और मां की भक्ति में उत्साहपूर्वक झूमते गाते लोग। शुक्रवार की अपरान्ह में सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में ऐसा ही नजारा दिखाई दिया। यह अद्भुत नजारा उत्तराखंड की आराध्य देवी मां नंदा-सुनंदा की भव्य शोभायात्रा का था। नंदादेवी महोत्सव के आखिरी रोज अपार श्रद्धा के साथ मां नंदा-सुनंदा की शोभा यात्रा निकाली गई। हजारों-हजार नैनों ने मां के डोले के दर्शन किए।

शुक्रवार को भाद्रपद मास की द्वादशी तिथि व शुभ वार को चंद राजाओं के वंशज केसी सिंह बाबा ने अपरान्ह में पहले ड्योढ़ीपोखर स्थित कुलदेवी तथा इसके तुरंत बाद नंदादेवी मंदिर में मां नंदा-सुनंदा की विशेष पूजा अर्चना की। चार बजे मां के जयकारों के साथ नंदादेवी मंदिर से नंदा-सुनंदा का डोला उठा। परम्परागत मार्ग से होते हुए डोला माल रोड में सेंट्रल बैंक के समीप पहुंचा, जहां से ड्योड़ीपोखर स्थित चंद राजाओं के कुलदेवी के मंदिर को डोला के दर्शन कराए गए और इस बीच मंदिर से राज परिवार से रानी मणि माला सिंह व पारिवारिक सदस्यों तथा कुल पुरोहित परिवार के नागेश पंत, दिनेश पंत,हरीश पंत,त्रिभुवन पांडे, विजया पंत, हेमा पंत तथा राधा पंत सहित महिलाओं ने डोले की आरती उतारी। इसके बाद शोभा यात्रा सीढ़ी बाजार, कारखाना बाजार, कचहरी बाजार, खंजाची बाजार व थाना बाजार से शोभायात्रा गुजरी, जो दुगालखोला स्थित डोबानौला पहुंची, जहां जयकारे के बीच नंदा-सुनंदा की मूर्तियों का विसर्जन हुआ।

शोभायात्रा में हजारों की तादाद में भक्त समुदाय उमड़ा। महिलाएं पारम्परिक वेशभूषा में शामिल हुई। डोला मार्ग दोनों ओर जन समुदाय से पटा रहा। स्थिति यह थी यत्र-तत्र निकलने में भारी मशक्कत भरा रहा। आंगन, भवनों के छतों, छज्जों, बालकनी से हजारों लोगों ने डोले के दर्शन किए। महिलाओं ने श्रद्धा स्वरूप मां नंदा के डोले पर चावल व पुष्प चढ़ाए। वातावरण में जयकारे, भजन व बाजे-गाजों की कर्णप्रिय स्वर गुंजायमान रहे। छोलिया नर्तकों के नृत्य ने अलग छाप छोड़ी। भक्त मां की भक्ति में लीन होकर थिरकते रहे। शोभायात्रा में चंद वंशज राजा केसी सिंह बाबा, केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा, राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री बिट्टू कर्नाटक, गोविंद पिलख्वाल, दीप लाल साह, ललित लटवाल, पूर्व विधायक मनोज तिवारी, निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, मेलाधिकारी एसडीएम विवेक रॉय, राजपुरोहित नागेश पंत, पुजारी पं. हरीश जोशी, ईश्वरी दत्त जोशी, मेला कमेटी अध्यक्ष मनोज वर्मा, अनूप साह, एलके पंत,दिनेश पंत, हरीश पंत, धन सिंह मेहता, अमरनाथ सिंह नेगी, दिनेश गोयल, मनोज सनवाल, तारा चंद्र जोशी, नरेंद्र वर्मा, किशन गुरुरानी, हरीश बिष्ट, त्रिलोचन जोशी, जीवन नाथ वर्मा, अमरनाथ सिंह रावत, योगेश जोशी समेत बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के लोग व विशाल जन समुदाय शामिल था।

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शांति व्यवस्था को रही कड़ी सुरक्षा

नगर में शोभायात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से निबटाने के लिए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए थे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी के निर्देशन में सीओ कमल राम,कोतवाल नीरज भाकुनी, तहसीलदार खुशबू आर्या, महिला थाना अध्यक्ष बसंती आर्या, विजय सिंह समेत कई एसआई, पीएसी व बड़ी संख्या में पुलिस बल व होमगार्ड, पीआरडी जवान, ग्राम प्रहरी तथा एनसीसी कैडेड्स शोभा यात्रा के दौरान पूरे मार्ग में तैनात रहा।

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