प्रभु का दूत हूं रावण मुझे क्या डर तुम्हारी..

संवाद सहयोगी, चौखुटिया : विकास खंड अंतर्गत रामपुर में रामलीला मंचन की धूम मची है। दूर दूर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 05:39 PM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 05:39 PM (IST)
प्रभु का दूत हूं रावण मुझे क्या डर तुम्हारी..
प्रभु का दूत हूं रावण मुझे क्या डर तुम्हारी..

संवाद सहयोगी, चौखुटिया : विकास खंड अंतर्गत रामपुर में रामलीला मंचन की धूम मची है। दूर दूर से ग्रामीण पंडाल में पहुंचकर ठंड के बीच एक्टरों के अभिनय का लुप्त ले रहे हैं। आठवें दिन शुक्रवार सायं रामलीला रावण मंदोदरी संवाद से प्रारंभ होकर अंगद-रावण संवाद तक चली। रावण-अंगद के जोशीले व भावपूर्ण संवाद को देखने आखिर तक दर्शक पंडाल में जमे रहे।

रोज की तरह रामलीला का शुभारंभ कोरस की बालिकाओं व राधा-कृष्ण की बेहतरीन नृत्य गीत प्रस्तुति के साथ हुई। इसके बाद मंच पर रावण मंदोदरी संवाद, विभीषण गमन, सेतुबंधन व रावण अंगद संवाद के दृश्यों का एक्टरों ने जीवंत अभिनय पेश किया। आज के दृश्य में सर्व प्रथम रावण व मंदोदरी संवाद का दर्शकों ने आनंद लिया। इसके बाद विभीषण राम के चरणों में शरणागत हुआ तथा फिर वह रामादल में शामिल हो गया।

तीसरे दिन में अंगद रावण के दरबार में पेश हुआ, पर रावण युद्ध रोकने के लिए राजी नहीं हुआ। इसके साथ ही अंगद रावण के जोशीले संवाद का दर्शकों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। आज के दृश्यों में रावण का अभिनय जगत सिंह राई, अंगद प्रकाश सिंह रावत, विभीषण दिनेश उप्रेती, मंदोदरी सुरेंद्र सिंह, हनुमान ध्यान सिंह व सुग्रीव कमल सिंह एवं राम व लक्ष्मण का अभिनय हेमा व ज्योति ने किया। मंच संचालन महेशानंद जोशी व लीला संगेला ने किया।

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