नारद के अभिनय ने दर्शकों को किया भाव-विभोर

संवाद सहयोगी चौखुटिया खेतीबाड़ी के कार्य से फुर्सत मिलने के साथ ही कई इलाकों में ग्र

By JagranEdited By: Publish:Thu, 31 Oct 2019 08:11 PM (IST) Updated:Thu, 31 Oct 2019 08:11 PM (IST)
नारद के अभिनय ने दर्शकों को किया भाव-विभोर
नारद के अभिनय ने दर्शकों को किया भाव-विभोर

संवाद सहयोगी, चौखुटिया: खेतीबाड़ी के कार्य से फुर्सत मिलने के साथ ही कई इलाकों में ग्रामीण रामलीला मंचन की तैयारी में जुट गए हैं। चांदीखेत के बैराठेश्वर में मंगलवार की देर सायं से रामलीला नाटक का मंचन शुरू हो गया है। वहीं भटकोट में मंचन की तैयारी आखिरी चरण में है। पहले दिन चांदीखेत में एक्टरों ने नारद मोह के साथ ही अन्य दृश्यों की जीवंत प्रस्तुति दीं। उद्घाटन पूर्व दर्जा राज्य मंत्री कुबेर सिंह कठायत ने रिबन काटकर किया।

उन्होंने लोगों से राम के आदर्शो को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया तथा बेहतर समाज निर्माण पर जोर दिया। पहले दिन रामलीला नटी-सूत्रधार से प्रारंभ होकर नारद मोह, रावण, कुंभकरण व विभीषण तपस्या तक चली। नाटक में शिवजी की घोर तपस्या को भंग करने के कई प्रयास हुए, लेकिन सभी असफल रहे। इस दौरान नारद मोह का दृश्य काफी रोचक रहा तथा नारद के पात्र ने अपने अभिनय से दर्शकों को देर तक बांधे रखा। इससे पूर्व लीला की शुरूआत कोरस की बालिकाओं की सुंदर नृत्य प्रस्तुति के साथ हुई।

नाटक में रावण की भूमिका हिम्मत गिरि गोस्वामी, शिवजी-लक्ष्मण गिरि, नारद अशोक गोस्वामी, विभीषण कुबेर कुमयां व कुंभकरण चंदन अधिकारी ने निभाई। इस अवसर पर अध्यक्ष नंदन सिंह कुमयां, डॉ. विनोद छिमवाल, कुबेर सिंह, गिरीश गोस्वामी, आनंद कुमयां व ओम प्रकाश गोस्वामी आदि मौजूद थे। मंच संचालन जीवन सिंह अधिकारी ने किया।

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