प्रयागराज में कुमाऊं के हुड़के की घमाघम

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : कुमाऊं के हुड़के की प्रयागराज में घमक गूंजी तो रंग जम गया। पहाड़ की समृद्ध लोक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Sep 2019 11:07 PM (IST) Updated:Sun, 08 Sep 2019 06:32 AM (IST)
प्रयागराज में कुमाऊं के हुड़के की घमाघम
प्रयागराज में कुमाऊं के हुड़के की घमाघम

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : कुमाऊं के हुड़के की प्रयागराज में घमक गूंजी तो रंग जम गया। पहाड़ की समृद्ध लोकसंस्कृति से वहां आकाशवाणी अल्मोड़ा के इकलौते हुड़का वादक एवं संस्कृति कर्मी चंदन सिंह बौरा ने रू-ब-रू कराया। मौका था उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से 'लोकविद्' सम्मान समारोह। इसके अलावा अन्य विधाओं में पारंगत छह राज्यों के कलाकारों को भी सम्मानित किया गया।

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से बीती पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। 'लोकविद्' सम्मान के लिए ऐसे लोक कलाकारों को चुना गया, जिन्होंने राज्य की आंचलिक लोक संस्कृति के क्षेत्र में अपने ज्ञान अनुभव से युवाओं को प्रेरित किया। इनमें आकाशवाणी अल्मोड़ा के सेवानिवृत्त कलाकार चंदन सिंह बौरा ने पारंपरिक वाद्य यंत्र हुड़के की घमक से हिमालयी राज्य की धाक जमाई। उत्तराखंड के हुड़का वादक चंदन सिंह के साथ ही 'लोकविद्' सम्मान पाने वालों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, बिहार के 16 लोक कलाकार शामिल रहे। यह सम्मान केंद्र के निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर व महापौर अभिलाषा गुप्ता ने प्रदान किए।

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लौटने पर नंदा महोत्सव में भी सम्मान

सम्मान पाकर नगर पहुंचे संस्कृति कर्मी चंदन ने बताया कि लोकविद सम्मान बीते वर्ष से शुरू किया गया। इस वर्ष एक कलाकार और गुरु के रूप में अपनी लोक कला को विस्तारित करने वाले कलाकारों को चुना गया। मुख्य अतिथि प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता ने कहा कि छह राज्यों की लोक संस्कृति व परंपराओं का सम्मान होना गौरव की बात है। कलाकारों को दस हजार रुपया नगद व अंगवस्त्र भी भेंट किए गए। संचालन राकेश सिन्हा ने किया। इधर ऐतिहासिक नंदा महोत्सव पर भी चंदन बौरा को सम्मानित किया गया।

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