राजकीय चिकित्सालय में उमड़े मरीज

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में जिले के निजी चिकित्सालय व नसि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 06:44 PM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 06:44 PM (IST)
राजकीय चिकित्सालय में उमड़े मरीज
राजकीय चिकित्सालय में उमड़े मरीज

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में जिले के निजी चिकित्सालय व नर्सिग होम सोमवार को चौथे दिन भी बंद रहे। इससे इन चिकित्सालयों में किसी भी प्रकार की ओपीडी नहीं हुई। इससे दूरदराज के क्षेत्रों से इन चिकित्सालयों में इलाज को पहुंचे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मरीजों को इन चिकित्सालयों में इमरजेंसी सेवा भी नहीं मिल सकी। इससे मरीज नगर के राजकीय चिकित्सालय पहुंचे और स्वास्थ्य परीक्षण कराया।

क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में कड़े प्रावधानों को शिथिल करने की मांग को लेकर जिले भर के निजी चिकित्सालय व नर्सिग होम सोमवार को भी बंद रहे। जिले में स्थित करीब 20 निजी क्लीनिकों तथा नर्सिग होम में कोई ओपीडी नहीं हुई। यहां तक की यहां मरीजों को इमरजेंसी सेवा भी नहीं मिल पाई। इनमें पहले से भर्ती मरीजों को चिकित्सकों की ओर से उपचार दिया गया। इससे जिले के विभिन्न क्षेत्रों से इन चिकित्सालयों में इलाज को पहुंचे मरीजों की खूब फजीहत हुई। वह नगर स्थित राजकीय चिकित्सालय पहुंचे और स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक जांचें कराई। राजकीय जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. प्रकाश वर्मा, बेस अस्पताल के डॉ. एचसी गड़कोटी तथा महिला चिकित्सालय के डॉ. दीपक गब्र्याल ने बताया कि अन्य दिनों की अपेक्षा इन चिकित्सालयों में ज्यादा ओपीडी हुई। इधर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला ब्रांच ने कहा कि जब तक इस एक्ट में सुधार कर इसे पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थिति के अनुरूप नहीं बना दिया जाता है, तब तक निजी चिकित्सालय बंदी पर रहेंगे। ब्रांच के अध्यक्ष डॉ. ललित पंत ने कहा है कि यदि इस मामले पर जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो आइएमए की राज्य कार्यकारिणी के निर्देशानुसार कार्य किया जाएगा। कहा गया कि एसोसिएशन के हितों की अनदेखी किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जाएगी।

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किस राजकीय अस्पताल में कितनी हुई ओपीडी

जिला अस्पताल 578

बेस 300

महिला अस्पताल 92

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