अल्मोड़ा पहुंची एनएमसी की टीम
लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को नेशनल मेडिकल काउंसलिग (एनएमसी) की टीम अल्मोड़ा पहुंच गई। दो सदस्यीय टीम ने मेडिकल कालेज का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांची। फैकल्टी समेत विभिन्न व्यवस्थाएं परखी।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को नेशनल मेडिकल काउंसलिग (एनएमसी) की टीम अल्मोड़ा पहुंच गई। दो सदस्यीय टीम ने मेडिकल कालेज का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांची। फैकल्टी समेत विभिन्न व्यवस्थाएं परखी। इसके साथ ही अब कालेज को नए सत्र से मान्यता मिलने की उम्मीद जग गई।
लंबे समय से मेडिकल कालेज मान्यता के लिए इंतजार कर रहा है। पिछले साल सरकार की ओर से अक्टूबर में कक्षाओं के संचालन की घोषणा की गई थी। इसके लिए कालेज प्रशासन अगस्त से ही एनएमसी के निरीक्षण की तैयारियों में जुटा था। छह माह बीतने के बाद भी टीम यहां नहीं पहुंच सकी। जिससे नए सत्र में भी कक्षाओं के संचालन पर संशय बन गया। इधर अब एनएमसी के निरीक्षण का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ।
गुरुवार की देर रात डा. शैलेश कुमार और डा. नवीन चौधरी की दो सदस्यीय एनएमसी की टीम मेडिकल कालेज पहुंची। शुक्रवार को सुबह पहले कालेज के प्रशासनिक भवन में निरीक्षण किया। कालेज में प्रथम एलओपी यानी लेटर आफ परमिशन के आधार पर फैकल्टी की जरूरत और वर्तमान में तैनाती, अन्य पदों और डाक्टरों के पदों पर नियुक्ति समेत विभिन्न व्यवस्थाएं जांची। इसके बाद मेडिकल कालेज के संबद्ध बेस अस्पताल का निरीक्षण किया। यहां टीम ने उपकरण, सुविधाएं परखने के साथ भर्ती मरीजों का भी हाल जानते हुए व्यवस्थाएं पूछी। दो दिवसीय निरीक्षण के दौरान टीम पूरे कालेज में व्यवस्थाओं का जायजा लेगी। इसके बाद मान्यता मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस मौके पर प्राचार्य डा. सीपी भैसोड़ा, प्रो. अजय आर्या, डा. अनिल पांडे आदि मौजूद रहे। 24 घंटे पहले मिली निरीक्षण की जानकारी
नेशनल मेडिकल काउंसलिग (एनएमसी) का निरीक्षण गोपनीयता के साथ औचक माना गया है। लेकिन एनएमसी के यहां पहुंचने से 24 घंटे पहले की कालेज को इसकी सूचना मिल गई थी। बुधवार की देर रात से ही कालेज प्रशासन निरीक्षण की तैयारियों में जुटा था।
मेडिकल कालेज को मान्यता देने के लिए नेशनल मेडिकल काउंसलिग की टीम गुरुवार की देर रात यहां पहुंची। पर बुधवार की रात से ही कालेज में विभिन्न तैयारियां की गई। रात में साफ-सफाई दुरुस्त की गई। गुरुवार को सुबह से ही बेस में बैरियर लगा वाहनों के प्रवेश प्रतिबंधित कर दिए गए था। जिला अस्पताल से भी डाक्टर यहां पहुंचे थे और अन्य तैयारियां भी की गई। अक्सर औचक माने जाने वाले निरीक्षण से पहले ही कालेज प्रशासन को इसकी सूचना मिलना गोपनीयता को भंग कर रहा है। पिछले साल भी जब टीम पहुंची तो औचक ही पहुंची थी। जबकि उस दिन जिलाधिकारी की ओर से जिले में अवकाश घोषित था। जिस कारण मेडिकल कोलेज में निरीक्षण नहीं हो सका था और टीम को बैरंग लौटना पड़ा था। कहीं फैकल्टी न बन जाए मान्यता में रोड़ा
मेडिकल कालेज में कुछ माह पूर्व 47 फैकल्टी थी। वर्तमान में निरीक्षण के दौरान यहां सिर्फ 42 फैकल्टी ही हैं। प्रथम एलओपी के अनुसार 100 सीटों की मान्यता के लिए कालेज को 52 फैकल्टियों की जरूरत है, जबकि कालेज में 10 फैकल्टी कम हैं। ऐसे में मान्यता मिलने में समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
एनएमसी की टीम निरीक्षण को पहुंची है। दो सदस्यीय टीम निरीक्षण कर रही है। निरीक्षण के आधार पर मान्यता का आकलन किया जाएगा।
- डा. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य, मेडिकल कालेज अल्मोड़ा
.... -यासिर खान-