मेडिकल की दुकानों में छापेमारी, हड़कंप

अल्मोड़ा के रानीखेत में शिकायत के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने 12 से अधिक मेडिकल की दुकानों पर छापामार कार्रवाई की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 11:27 PM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 06:13 AM (IST)
मेडिकल की दुकानों में छापेमारी, हड़कंप
मेडिकल की दुकानों में छापेमारी, हड़कंप

संवाद सहयोगी, रानीखेत : स्वास्थ में सुधार लाने को इस्तमाल होने वाला प्रोटीन उत्पाद की नकली होने की शिकायत पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम हरकत में आ गई। टीम ने पर्यटन नगरी स्थित करीब 12 से अधिक दवा विक्रेताओं के दुकानों में छापा मारा। टीम की इस कार्रवाई से दवा विक्रेताओं में हड़कंप मच गया।

डोगरा रेजिमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को शिकायत पत्र दे बताया कि उन्होंने नगर स्थित मेडिकल स्टोर से स्वास्थ्य में सुधार लाने को प्रोटीन के दो डब्बे खरीदे। उत्पाद में लिखे कोड को बारकोड से स्कैन किया तो दोनों में अंतर पाया। जिस पर उन्हें उत्पाद के नकली होने की आशका हुई। मामले की जानकारी संयुक्त मजिस्ट्रेट एनएस भंडारी को दी। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संयुक्त मजिस्ट्रेट ने जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए।

शनिवार को जिला अभिहित अधिकारी एएस रावत, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय प्रताप सिंह व कोतवाल भूपेंद्र सिंह बृजवाल की संयुक्त टीम ने पर्यटन नगरी स्थित करीब 12 दुकानों में छाप मार चेकिंग अभियान चलाया। टीम डोगरा रेजिमेंट के अधिकारी द्वारा बताई गई मेडिकल स्टोर पर पहुंची। बेचा हुआ उत्पाद नहीं मिला। मेडिकल स्टोर स्वामी ने बताया कि दो ही डब्बे मंगाए गए थे। बाद में दूसरी कंपनी के प्रोटीन के डब्बे का सैंपल लिया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय कुमार सिंह के अनुसार हल्द्वानी से प्रोटीन के डब्बे 627 रुपय में मंगाए गए थे जबकि 1240 रुपये में डोगरा रेजीमेंट के अधिकारी को बेचे गए जिससे उत्पाद के नकली होने की प्रबल संभावना है। बाद में करीब 12 मेडिकल स्टोर पर भी निरीक्षण किया गया। कई दुकानों में लाइसेंस नहीं मिले। मेडिकल स्टोर स्वामियों को जल्द लाइसेंस बनाने को निर्देशित किया गया। साथ ही चेतावनी भी दी कि जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान पुलिस के नारायण रावल, कमल गोस्वामी व मो. यासिन अंसारी आदि मौजूद रहे।

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'सेना के अधिकारी की शिकायत व संयुक्त मजिस्ट्रेट के निर्देश पर अभियान चलाया गया। दुकान में उत्पाद के वह डब्बे नहीं मिले जिनकी शिकायत मिली थी। 627 रुपय की खरीद पर 1240 में बेचा गया उत्पात के नकली होने की प्रबल संभावना है। जाच की जाएगी।

- अभय कुमार सिंह, खाद्य सुरक्षा अधिकारी'

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