कोसी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए महाअभियान शुरू

कोसी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए महाअभियान शुुरू हो गया है। कार्यक्रम संयोजक व अध्यक्ष सीडीओ मयूर दीक्षित ने कोसी को कुमाऊं की 'लाइफ लाइन' बताया।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sun, 08 Apr 2018 06:41 PM (IST) Updated:Mon, 09 Apr 2018 05:13 PM (IST)
कोसी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए महाअभियान शुरू
कोसी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए महाअभियान शुरू

अल्मोड़ा, [जेएनएन]: जीवनदायिनी कोसी को पुनर्जीवित करने के लिए 1800 मीटर की ऊंचाई पर रिचार्ज जोन गधोली से पहले चरण का महाअभियान शुरू हो गया है। प्रशासनिक अधिकारियों, शोध वैज्ञानिकों, पर्यावरणप्रेमी और ग्रामीणों ने कोसी की 49 सहायक नदियों और मौजूदा हालत को भविष्य के लिए भयावह संकेत करार दिया। जीवनदायिनी को पुनर्जीवित कर उसे मूल स्वरूप में लाने के लिए जनसहयोग को जरूरी बताते हुए मिलजुल कर मुहिम को मुकाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया। लगे हाथ जल संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ पहाड़ में कृषि, पशुपालन आदि के लिए ठोस नीति की वकालत भी की।  

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट कोसी पुनर्जनन महाअभियान के पहले चरण का शुभारंभ रविवार को कार्यक्रम संयोजक व अध्यक्ष सीडीओ मयूर दीक्षित ने डीनापानी स्थित कसार देवी विद्यापीठ (गधोली) से किया। उन्होंने कोसी को कुमाऊं की 'लाइफ लाइन' बताया। शोध रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कौसानी के शिखर पर उद्गम स्थल धारपानी धार से कोसी की 21 सहायक नदियां व 97 जलधारे निकलते हैं। कोसी जलागम क्षेत्र में मौसमी बन चुकी 49 सहायक नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए रिचार्ज जोन के इर्दगिर्द चाल खाल व खंतियों को जरूरी बताया। 

निदेशक नेचुरल रिसोर्सेज डाटा मैनेजमेंट सिस्टम इन उत्तराखंड एसएसजे परिसर (कुमाऊं विवि) प्रो. जीवन सिंह रावत ने कहा, कोसी कैचमेंट एरिया में जीवनदायिनी कोसी के 14 रिजार्च जोन हैं। बीते ढाई दशक के शोध व अध्ययन के अनुसार लगभग 1400 जलधारे व सहायक नदियों को बचाना होगा, तभी कोसी को नया जीवन दिया जा सकेगा। प्रो. रावत ने कहा, रिचार्ज जोन गधोली टॉप पर 530 मीटर के दायरे में जल संवर्धन के कार्य किए जाने हैं। यहां से निकलने वाले 94 बरसाती व 24 चौमासी गधेरों में चिह्नित कर चेकडैम, चाल खाल, खंतियों आदि जैविक व यांत्रिक प्रबंध के जरिये वर्षाजल को रोक भूमिगत भंडार भरने की सख्त जरूरत है। 

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