क्रोध, मोह व घमंड विनाश के कारक : पं. भुवन

द्वाराहाट / स्याल्दे: गगास नदी के तट स्थित गार्गेश्वर महादेव तथा कहड़गांव के त्रिमुखेश्वर महादेव मंदर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Aug 2017 06:31 PM (IST) Updated:Sat, 12 Aug 2017 06:31 PM (IST)
क्रोध, मोह व घमंड विनाश के कारक : पं. भुवन
क्रोध, मोह व घमंड विनाश के कारक : पं. भुवन

द्वाराहाट / स्याल्दे: गगास नदी के तट स्थित गार्गेश्वर महादेव तथा कहड़गांव के त्रिमुखेश्वर महादेव मंदरों में महाशिवपुराण कथा ज्ञान यज्ञ जारी है। गार्गेश्वर में जहां व्यास ने क्रोध, मोह तथा घमंड को मानव के विनाश का कारण बताया। वहीं त्रिमुखेश्वर में भगवान शिव में परिवार से सीख लेने का उपदेश दिया।

गार्गेश्वर महादेव मंदिर में कथावाचन करते हुए व्यास भुवन चंद्र काडपाल ने कामदेव पर विजय के बाद देवर्षि नारद के मन में उपजे घमंड की कथा सुनाई। कहा कि भगवान विष्णु ने मोहनी रूप धारण कर नारद की तपस्या भंग करके उनके घमंड को चूर किया।

मंदिर के महंत भैरव गिरी के अनुसार कथा का पारायण 19 अगस्त को भंडारे के साथ होगा। मौके पर कुंवर सिंह रौतेला, जसवंत सिंह नेगी, कमल जोशी, अंकित जोशी सहयोग कर रहे हैं।

स्याल्दे : ब्लॉक के कहड़गांव स्थित त्रिमखेश्वर महादेव मंदिर में व्यास बसंत बल्लभ त्रिपाठी ने भगवान शिव के परिवार से सीख लेने का उपदेश दिया। कहा कि शिव का वाहन नंदी बैल, माता पार्वती को शेर, गणेश का चूहा तथा कार्तिकेय का वाहन मोर होने के बावजूद कभी एक दूसरे पर संकट नहीं आया। उन्होंने भक्तजनों से मिलजुल कर व सच्ची निष्ठा से भक्ति करने का आह्वान किया। इससे पूर्व धर्माचायरें ने यजमान राजेंद्र सिंह मनराल, शिल्पा मनराल से विविध धार्मिक अनुष्ठान पूरे करवाए। कथा का पारायण पूर्णाहुति व भंडारे के साथ 14 अगस्त को होगा। संतोष पाल, पूरन सिंह मेहरा, राधारमन, प्रकाश चंद्र, पन्ना नाथ आदि कारसेवा में जुटे रहे।

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