रोजगार के विकल्प में चुनें कृषि का क्षेत्र

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: देश के प्रथम राष्ट्रपति एवं प्रथम कृषि मंत्री डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती यह

By Edited By: Publish:Mon, 05 Dec 2016 06:58 PM (IST) Updated:Mon, 05 Dec 2016 06:58 PM (IST)
रोजगार के विकल्प में चुनें कृषि का क्षेत्र

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा: देश के प्रथम राष्ट्रपति एवं प्रथम कृषि मंत्री डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती यहां विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के हवालबाग प्रक्षेत्र में कृषि शिक्षा दिवस के रूप में मनाई गई। जिसमें कृषि में विकास के लिए संस्थान के प्रयासों व उपलब्धियों का उल्लेख किया गया।

गोष्ठी में वैज्ञानिकों ने छात्र-छात्राओं को रोजगार के विकल्प के रूप में कृषि के क्षेत्र को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। उन्हें रोजगार के विकल्प समेत जलवायु परिवर्तन व इसके दुष्प्रभावों से अवगत कराया गया। इस मौके पर विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और प्रतिभागी बच्चों को संस्थान का कृषि प्रक्षेत्र, यंत्रशाला, प्रयोगशाला का भ्रमण कराकर विविध जानकारियां दीं। बच्चों को फसल विभागाध्यक्ष डॉ. जेके बिष्ट, डॉ. लक्ष्मीकांत, डॉ. एससी पांडे, डॉ. रघु वी. आर. आदि वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने जानकारियां दीं। संचालन वैज्ञानिक डॉ. अनुराधा भारतीय, डॉ. कुशाग्रा जोशी व विजय सिंह मीणा ने किया। इसमें केंद्रीय विद्यालय अल्मोड़ा व राइंका हवालबाग के 131 बच्चों ने हिस्सा लिया।

मृदा दिवस पर गोष्ठी का आयोजन

अल्मोड़ा: प्रसार प्रशिक्षण केंद्र हवालबाग में विश्व मृदा दिवस पर कृषि विभाग ने गोष्ठी आयोजित की। जिसमें मृदा दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कृषि योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इसका शुभारंभ करते हुए ब्लाक प्रमुख सूरज सिराड़ी ने कृषि के विकास व योजनाओं का लाभ कृषकों तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने मृदा परीक्षण कर संतुलित रूप में उर्वरकों का इस्तेमाल करने की बात कही। गोष्ठी में ज्येष्ठ उप प्रमुख महेश चंद्र, कनिष्ठ उप प्रमुख चंदन लाल, मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आरके शर्मा, डॉ. बीडी सिंह, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डा. बसुंधरा गब्र्याल आदि ने विचार रखे।

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